हालांकि आकाश ने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत से मुलाकात कर सफाई पेश कर दी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार नोटिस का जवाब नहीं दिया है। बताया जाता है कि संगठन इसे ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी में है। राकेश खुद कह चुके हैं कि आकाश का प्रकरण अब प्रदेश संगठन स्तर पर समाप्त हो चुका है।
अनुशासन समिति को नहीं है इसकी खबर
भाजपा की अनुशासन समिति के पास फिलहाल यह मामला नहीं पहुंचा है। समिति अध्यक्ष बाबूसिंह रघुवंशी का कहना है कि समिति के पास प्रदेश संगठन से प्रकरण आते हैं। आकाश के मामले में अभी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
26 जून को हुए थे गिरफ्तार
इंदौर नगर निगम के अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने पर बीते 26 जून को भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय गिरफ्तार किया गया था। भोपाल की विशेष अदालत ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत दे दी थी। लेकिन ‘लॉक-अप’ के तय समय तक स्थानीय जेल प्रशासन को उनकी जमानत का अदालती आदेश नहीं मिल पाने के कारण विजयवर्गीय को चौथी रात भी जेल में गुजारनी पड़ी थी।
इंदौर कोर्ट में जमानत अर्जी पर सुनवाई नहीं होने पर भोपाल की विशेष अदालत में केस ट्रांसफर किया गया था। यह अदालत विशेषकर जनप्रतिनिधियों के प्रकरणों की सुनवाई के लिए बनाई गई है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने आकाश को 20-20 हजार रुपए के बांड पर जमानत दे दी।