दरअसल, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंदसौर गोलीकांड व नर्मदा किनारे पौधारोपण को लेकर सरकार के विधानसभा के लिखित जवाब पर सवाल उठाए, तो दोपहर में पहले दोनों मंत्रियों ने स्थिति साफ की। बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ तक ने ट्वीट करके कहा कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
मंदसौर गोलीकांड को लेकर गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि सरकार ने कोई क्लीनचिट नहीं दी है। अभी परीक्षण हो रहा है और जरुरत पड़ी तो उच्च स्तरीय जांच भी कराई जाएगी। –
वहीं वन मंत्री उमंग सिंगार ने कहा कि नर्मदा किनारे के पौधारोपण की जांच में साथ देने के लिए दिग्विजय सिंह को ही न्यौता दे दिया। उन्होंने कहा कि वे चाहे तो साथ आकर जांच कर लें।
उमंग सिंगार : दो तरीकों से कराएंगे जांच…
वन मंत्री उमंग सिंगार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नर्मदा किनारे पौधारोपण की जांच की जा रही है। इसमें सैटेलाइट इमेज व भौतिक सत्यापन के दो तरीकों से जांच होगी।
दिग्विजय सिंह के एेतराज के सवाल पर उमंग ने कहा कि वे चाहे तो खुद आकर भी हमारे साथ जांच कर सकते हैं। अभी तो जांच ही हो रही है इसलिए यह नहीं पता कि कितना घोटाला हुआ है। कौन दोषी है और क्या हुआ है यह तो जांच के बाद सामने आएगा।
कमलनाथ ने लिखा- किसी को बख्शेंगे नहीं…
सीएम कमलनाथ ने शाम को ट्वीट करके स्पष्ट किया कि मंदसौर गोलीकांड व पौधारोपण में दोषियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने ट्वीट में लिखा- ना हम मंदसौर में किसान भाइयों पर हुए गोलीकांड के दोषियों को बख्शेंगे, ना हम पौधारोपण घोटाले के दोषियों को छोड़ेंगे और ना सिहंस्थ दोषियों को।
चाहे पीडि़त किसान भाइयों को न्याय दिलवाना हो या घोटाला करने वालों को सज़ा दिलवाना, यह हमारा संकल्प है। —
यूं चला घटनाक्रम-
दिग्विजय सिंह ने सरकार के विधानसभा में जवाब पर मंगलवार को मीडिया से बातचीत में एेतराज उठाया। उन्होंने कहा था कि सरकार इस तरह मंदसौर गोलीकांड मामले में क्लीनचिट कैसे दे सकती है। दरअसल, मंदसौर गोलीकांड पर सवाल में गृह मंत्री का लिखित जवाब था कि मंदसौर गोलीकांड में आत्मरक्षा के लिए फायरिंग हुई, जिसमें विधिक प्रक्रिया का पूरा पालन किया गया था।
– – सिंहस्थ पर बच्चन बोले- स्पीकर को सौंपी थी रिपोर्ट… सिंहस्थ घोटाले पर भी मंगलवार को नया मोड आ गया। गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि कांग्रेस विधायकों की जांच समिति ने तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा को अपनी रिपोर्ट दी थी। उस रिपोर्ट में सिंहस्थ में घोटालों का उल्लेख था। दरअसल, नगरीय प्रशासन विभाग मंत्री जयवद्र्धन सिंह ने सोमवार को इस पर सवाल का लिखित जवाब दिया है कि सिंहस्थ घोटाले पर कोई रिपोर्ट सरकार के पास नहीं है। मंगलवार को गृहमंत्री के बयान से सामने आया है कि यह रिपोर्ट विभाग की बजाए विधानसभा को सौंपी गई थी।
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