स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के गोविंदपुरा मुख्यालय में लगाई टाइल्स ही टूट गई हैं। मुख्यालय भवन में ही इतने घटिया निर्माण पर सवाल जवाब किए तो अफसर मौनरहे। इसकी जांच कराने के निर्देश दिए गए।
मंत्री पीसी शर्मा ने स्ट्रीट लाइट की ऑनलाइन मॉनिटरिंग व शिकायत सुनवाई के बारे में पूछताछ की तो अधीक्षण यंत्री रामजी अवस्थी ने बताया कि हम ऑनलाइन ही स्ट्रीट लाइट खराबी की जानकारी पता कर लेते हैं, जब पूछा कि शाम पांच बजे कार्यालय बंद हो जाता है तो कैसे मॉनिटरिंग करते हैं? इसका अवस्थी जवाब नहीं दे पाए।
दक्षिण-पश्चिम विधानसभा को लेकर बेहद चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। विधानसभा क्षेत्र में चुनाव पहले जिन विकास कार्यों के भूमिपूजन हुए उनका जमीनी काम को लेकर पूछताछ हुई तो पता चला 41 ऐसे काम थे, जिन्हें आनन फानन में चुनाव के पहले टेंडर लगाकर भूमिपूजन कराया। अब बजट और निर्माण की योजना के बिना ये रद्द कर दिए गए हैं।
कोलार लाइन से पानी क्यों नहीं पहुंच रहा है, इसका सर्वे कर जानकारी दें।
स्लम एरिया में कनेक्शन क्यों नहीं दिए जा रहे, इसे शुरू कराएं।
स्ट्रीट लाइट समेत अन्य समस्याओं की शिकायत का निवारण 24 घंटे के भीतर सुनिश्चित करें, रिपोर्ट दें।