उसी आधार पर कर्मचारियों को मतदान संबंधी लिफाफे आवंटित किए गए। हर कर्मचारी बाहर सूची में अपना नाम देख रहा था और अपना कोड नंबर बताकर मतदान संबंधी लिफाफा ले रहा था। हालाकि जानकारों का कहना है कि हो सकता है कि कर्मचारियों के नाम उनके सामने कोड लिखे गए है वो लिफाफे के अंदर रखे गए फार्मों में कोई अन्य कोड लिखे गए हो।
प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत…
लोगों का कहना है कि ऐसे में सवाल उठता है कि नाम सहित कोड लिखी हुई सूची सार्वजनिक कर देने के बाद जब मतों की गणना होगी, तो कोई भी यह पता लगा सकेगा कि किस कर्मचारी ने किसको अपना मत दिया हैं। प्रशासन को इस पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि कर्मचारी किस को अपना वोट दिया है कि जानकारी गुप्त रहे।
13 सौ से ज्यादा कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में…
28 नंवबर को राजगढ़ सहित पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। इस चुनाव में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं। उन कर्मचारियों के मत डाले जा सके। इसके लिए यह प्रक्रिया सोमवार से शुरु हुई। करीब 1300 से ज्यादा कर्मचारी सिर्फ राजगढ़ विधानसभा से चुनाव ड्यूटी में लगाए गए हैं।
किसी ने मोबाइल में तो किसी ने कागज पर लिखे कोड़…
अधिकांश कर्मचारियों के पूर्व में भरे गए फार्म में कमियां होने के कारण सिर्फ 618 कर्मचारियों के ही नाम सूची आए। जिन्हें कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर चस्पा किया गया।
यहां राजनैतिक दलों के कुछ कार्यकर्ता मौजूद थे। जिन्होंने बाहर लगी सूची के प्रत्येक पन्ने को अपने मोबाइल या कैमरे में कैद कर लिया और कुछ ने तो सभी कर्मचारियों के नाम और कोड भी लिखे। ऐसे में जब कर्मचारियों के मत खुलेगे और कोड के आधार पर उनकी गिनती होगी। तो गोपनीयता पूरी तरह से भंग हो जाएगी।
कर्मचारियों को होगी परेशानी…
भले ही प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की सूची को उनकी सुविधा के लिए चस्पा किया हो। लेकिन अब यह सूची उनके लिए गले की फास बन सकती हैं। क्योंकि निकट भविष्य में सरकार किसी भी दल की बनती है और कर्मचारी का मत उनकी जानकारी में है। तो निश्चित रुप से यह संबंधित कर्मचारी के लिए नुकसान दायक होगा।
भीड़ देखकर लौटे कई कर्मचारी…
एक साथ चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों को बुलाने से बड़ी संख्या में कर्मचारी कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जहां भीड़ देखकर कई महिला कर्मचारी बैरंग ही लौट गई। तो ऐसे कर्मचारी भी भटकते दिखे, जिन्होंने पूर्व में फार्म भरे थे। लेकिन उन फार्मो का पता लगा और उन्हें दोबारा से दस्तावेज लाकर फार्म भरना पड़ा।