भोपाल के आसपास के इलाके में दिन में एक छोटी-सी सिलाई मशीन लेकर लोगों के कपड़े सिलने वाला दर्जी पैसा कमाने और अय्याशी के लिए रात में कुल्हाड़ी उठाकर जल्लाद बनने लगा।
सन 2010 की बात है जब महाराष्ट्र के अमरावती और नासिक के बाद मध्यप्रदेश में भी लाशों का मिलना शुरू हो गया था। इसके बाद उत्तरप्रदेश और बिहार में भी कई शव बरामद होने लगे।
इन सभी हत्याओं में दो चीजें एक समान थी। जो सभी हत्याओं को आपस में जोड़ रही थी। इनमें से एक थी कि मारे गए सभी 33 लोग ट्रक ड्राइवर थे या उनके हेल्पर। इसके अलावा हत्या करने का तरीका भी एक समान था।
मिलनसार स्वभाव के लिए फेमस था आदेश
देशभर को दहला देने वाले इस जघन्य कांड के पीछे एक शख्स का नाम सामने आया है, जो मंडीदीप में दर्जी का काम करता था और काफी मिलनसार व्यक्ति माना जाता था। वो क्षेत्र में अपने व्यवहार के लिए काफी जाना-पहचाना नाम है। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। जिसे वो बेहद चाहता है। खमारा का एक बेटा स्थानीय निकाय में कर्मचारी है। जबकि पत्नी और बेटियां भी इस घटना से सदमे में हैं। खामरा के बेटे शुभम ने मीडिया को बताया कि हमें समाचार पत्रों से ही पता चला। हमने 15 अगस्त को उन्हें आखिरी बार देखा था।
कैसे किया 33 हत्या का खुलासा
एक सप्ताह पहले मध्यप्रदेश पुलिस के पैरों तले उस समय जमीन खिसक गई जब एक व्यक्ति ने पूछताछ में बताया कि उसने 33 हत्याएं की है। पहले तो वो पूछताछ में कोई सहयोग नहीं कर रहा था, लेकिन जब उसकी पत्नी और बेटे की परवरिश के बारे में जब पुलिस ने बात की तो वह पिघलता चले गया।
देश के दुर्दांत हत्यारों में जुड़ गया नाम
पुलिस ने जब इस हत्यारे से हत्याओं के राज उगलवाना शुरू किया तो पुलिस भी हैरान रह गई। देखते ही देखते यह हत्यारा देश के दुर्दांत हत्यारों की लिस्ट में शामिल हो गया। क्योंकि इससे पहले 42 लोगों की गला रेतकर हत्या करने वाले रमन राघव, निठारी कांड में दोषी सुरेंद्र कोली और कोलकाता का स्टोनमैन जैसे दरिंदे भी देश को दहला चुके हैं।
आदेश खामरा है सरगना
भोपाल पुलिस के हाथ लगा सरगना 48 वर्षीय आदेश खामरा ने पिछले 9 सालों में यह हत्याएं कर चुका है। खामरा अपने साथियों के साथ हत्या के बाद ट्रक चालक और खलासियों को लूटकर भाग जाता था। पुलिस उप-महानिदेशक धर्मेन्द्र चौधरी के मुताबिक आदेश खामरा और उनके गैंग ने अब तक 33 हत्या कबूल की है। इस पूरे प्रकरण में छह राज्यों के कनेक्शन मिले हैं। हम हर बिंदु की जांच कर रहे हैं।
दोस्ती करके बेहोशी की गोलियां खिलाता था
पुलिस ने बताया कि आदेश खामरा और उसके साथी ट्रक चालकों से किसी ढाबे पर दोस्ती कर लेते थे फिर नशे की गोलियां किसी भी तरह से खिला कर बेहोश कर देते थे। उसके बाद ट्रक ड्राइवर और हेल्पर की हत्या कर पैसा और ट्रक का सामान ले जाकर बाजार में बेच देते थे।
कैसे हुई आदेश की गिरफ्तारी
पिछले पंद्रह दिन पहले भोपाल पुलिस को एक लाश मिली थी जो रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज के रहने वाले माखन सिंह (25) की थी। माखन सिंह मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र से लोहे के सरिया लेकर ट्रक से निकला था। ट्रक भोपाल के पास लावारिस हालत में दिखा तो पुलिस ने पड़ताल की थी। पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाई तो इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसके बाद दूसरे व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसके बाद कुछ और गिरफ्तारियां बढ़ी। उनसे कड़ाई से पूछताछ हुई तो पुलिस के हाथ आदेश खामरा तक पहुंच गए। पुलिस ने आदेश खामरा समेत 9 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।
महिला एसपी ने दबोचा
एशियन गेम्स में ब्लैक बेल्ट और जूडो में देश को ब्रांज मेडल दिलाने वाली बिट्टू शर्मा सिटी एसपी हैं। बिट्टू शर्मा ने ही आदेश खामरा को देर रात बंदूक के बल पर अपने कब्जे में किया था। आरोपी खामरा एसपी बिट्टू के कब्जे से भागने की कोशिश भी नहीं कर पाया। जब एसपी ने आदेश खामरा को पकड़ा तो किसी को भी नहीं पता था कि उन्होंने देश के सबसे दुर्दांत सीरियल किलर को पकड़ लिया है।
कौन है आदेश खामरा
48 वर्षीय आदेश खामरा को उसके साथियों की निशानदेही पर उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर के जंगलों से भोपाल पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया था। वो मंडीदीप में दर्जी का काम करता था और क्षेत्र में मिलनसार और अच्छे व्यवहार के लिए जाना जाता था। भोपाल से लगे रायसेन जिले के मंडीदीप इलाके के मुख्य मार्केट में उसकी दुकान है।
चीख नहीं निकले इसलिए करता था ऐसा
आदेश खामरा जब किसी ट्रक ड्राइवरों या हेल्पर, क्लीनरों की हत्या करता था तो उससे पहले उन्हें बेहोशी की दवा दे देता था। इसलिए कि उनकी चीख न निकले। ड्राइवर-खलासियों की हत्या के बाद पहचान छुपाने के बाद उनके सारे कपड़े उतारकर छुपा देता था। इसके बाद अन्य राज्यों में चले जाते थे। इसलिए पुलिस को गुत्थी सुलझाने में ही उलझी रहती थी।
पुलिस ने बताई कई बातें
-खामरा से पूछताछ करने वाले पुलिस के एक अधिकारी बताते हैं कि यह गैंग इतनी घातक है कि तफ्तीश के बाद अभी औरकितने बंद पड़े केस खुलेंगे पता नहीं।
-पुलिस ने बताया कि खामरा को एक के बाद एक सभी हत्याएं करना याद है। उसे अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है। किस हत्या के वक्त कौन से कपड़े पहने थे और क्या-क्या खाया था, उसने किसे मारा था सबकुछ याद है।
-माना जा रहा है कि आदेश खामरा संभवतः अशोक खामरा नाम के दुर्दांत अपराधी से प्रेरित था, जिसे वह अंकल बोलता था। 2010 में जब अशोक को गिरफ्तार किया गया तो उसने 100 हत्या करने का सनसनीखेज खुलासा किया था।
-बताया जाता है कि खामरा समुदाय पाकिस्तान से आया था और यह काफी लोगों का संगठित समुदाय माना जाता है। इस समुदाय के लोग काफी शिक्षित और मेहनतकश होते हैं। इनके वंशज बंटवारे के बाद पाकिस्तान से भारत आ गए थे।
-इस समुदाय के लोग पहले ही अशोक खामरा से शर्मसार हैं, वहीं अब आदेश खामरा ने भी इस समुदाय को बड़ा झटका दिया है।