इसी के चलते गुना में सोमवार को दिग्विजय सिंह की ओर से कांग्रेस में तनाव और फूट की खबर को गलत मानते हुए कहा गया है कि सिंधिया और मुझ में कोई मनमुटाव नहीं है, सिंधिया मेरे बेटे समान है।
दिग्विजय के इस बयान के सामने आते ही राजनीतिक हलचलें एक बार फिर शुरू हो गईं हैं। राजनीति के जानकार डीके शर्मा के अनुसार ये या तो राहुल की डांट का असर हो सकता है या जानबुझकर जनता में अपनी एकता प्रदर्शन के तहत दिया गया बयान हो सकता है।
शर्मा के अनुसार कांग्रेस लंबे समय से अपने में एकता की कमी के चलते प्रदेश में मात खा रही है। ऐसे में इस बार जीत की उम्मीद लगाई कांग्रेस को इस आपसी मनमुटाव से पुन: नुकसान की संभावना रही होगी। जिसके चलते जनता में छवि सुधारने के लिए इस तरह की कोशिशें की जा सकती है।
दरअसल पिछले दिनों ये खबर थी कि प्रत्याशियों की लिस्ट तैयारी के दौरान सिंधिया और दिग्विजय किन्हीं मामलों को लेकर आपस में भीड़ गए थे, जिसके चलते पहली लिस्ट जारी करने में देरी होने के साथ ही बाद में जारी की गई लिस्ट में सिंधिया के प्रभाव वाली सीटों के नाम जारी नहीं किए गए थे। वहीं दोनों नेताओं की ओर से इस तनाव की बात को गलत बताया गया था।
ये था मामला…
सामने आई सूचना के अनुसार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई बुधवार रात पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में खुलकर सामने आ गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह आपस में ही भिड़ पड़े।
सामने आई सूचना के अनुसार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई बुधवार रात पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में खुलकर सामने आ गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह आपस में ही भिड़ पड़े।
बताया जा रहा है दोनों नेताओं के बीच जब यह गर्मागर्मी चल रही थी, उस समय पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी वहीं मौजूद थे। एमपी में एकजुट होकर चुनाव लड़ने की कोशिश में जुटे राहुल की रणनीति के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सूचना के अनुसार बुधवार रात उम्मीदवारों के चयन के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में अपने-अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के नाम पर दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बहस हो गई। यह बहस काफी देर तक चली और गर्मागर्मी बढ़ती चली गई।
दिखते हैं कई धड़े…
राजनीति के जानकार शर्मा के अनुसार वैसे भी मप्र में कांग्रेस के कई धड़े दिखाई देते हैं, जिसके चलते आपसी तनाव की स्थितियां भी सामने आती ही रहती हैं। वहीं इस बार कांग्रेस को वापसी की पूरी उम्मीद है, जिसके चलते ऐसी कोई भी आपसी तनाव वाली खबर उसे नुकसान पहुुुंचा सकती है। ऐसे में पार्टी किसी भी तरह से ऐसी परेशानी को मोल नहीं लेना चाहेगी।
राजनीति के जानकार शर्मा के अनुसार वैसे भी मप्र में कांग्रेस के कई धड़े दिखाई देते हैं, जिसके चलते आपसी तनाव की स्थितियां भी सामने आती ही रहती हैं। वहीं इस बार कांग्रेस को वापसी की पूरी उम्मीद है, जिसके चलते ऐसी कोई भी आपसी तनाव वाली खबर उसे नुकसान पहुुुंचा सकती है। ऐसे में पार्टी किसी भी तरह से ऐसी परेशानी को मोल नहीं लेना चाहेगी।
वैसे भी सिंधिया और दिग्विजय की आपसी तनातनी जग जाहिर है। ऐसे में दिग्विजिय का ये बयान काफी हद तक सामने आई सूचना पर मरहम की तरह हो सकता है। शर्मा के अनुसार इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि अगले कुछ दिनों में दोनों नेता एक ही मंच पर एक दुसरे की तारीफ करते दिखें।