इस मौके पर सीएम यादव ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि देश में इस तरह का पहला गुरुकुल खजुराहो में स्थापित किया जाएगा जहा आदिवासी और लोक कला के शिल्प नृत्य ,गायन ,खेल, चित्रकला और मौखिक साहित्य में प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे। खजुराहो में एलोपैथिक हॉस्पिटल ,आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल बनाया जाएगा। जनसंख्या अनुपात के आधार पर खजुराहो नगर परिषद को नगर पालिका में परिवर्तित किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के साथ ही कथक नृत्य के इतिहास में एक और ऐतिहासिक दिन जुड़ गया। यूनेस्को से लेकर दुनिया भर की नजरों में हमेशा बना रहने वाला खजुराहो इसका साक्षी बना। यहां आने वाले दर्शको ने खजुराहो डांस फेस्टिवल के 50वें महोत्सव में वल्र्ड रिकॉर्ड बनते आंखों से देखा। मध्यप्रदेश के हजारों कलाकारों ने कथक कुंभ में नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुति देकर गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया और एक बार फिर एमपी को अजब-गजब कहने को मजबूर कर दिया।
खजुराहों में 7 दिवसीय डांस फेस्टिवल की पहली शाम कथक नृत्य के नाम रही। यहां एमपी के 1484 कलाकारों ने एक साथ कथक डांस की प्रस्तुति देकर एक नया गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। जो केवल एमपी के इतिहास में ही नहीं बल्कि कथक नृत्य शैली के इतिहास में भी दर्ज हो गया। ये कलाकार प्रदेश के कोने-कोने से प्रस्तुति देने खजुराहो पहुंचे थे। मुक्त आकाश मंच पर मंदिरों के बीच इस कथक कुंंभ की खूबसूरत प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।
इन हजारों कलाकरों ने मिलकर वसंत ऋतु पर आधारित एक गीत पर कथक पेश किया था। इस आयोजन में कुछ विदेशी कलाकार भी थे। सभी कलाकारों ने एक सी भाव भंगिमाओं में प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन जीत लिया।