इंडिया टुडे और एक्सिस इंडिया के सर्वे बता रहे हैं कि एमपी में बीजेपी को 26-28 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस को 1-3 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, चाणक्य टुडेज और न्यूज 24 का सर्वे भी यही आंकड़ा दे रहा है। हालांकि कुछ एजेंसियां मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 1-6 सीटें भी दे रही हैं। लेकिन इस एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेताओं को भरोसा नहीं है। कांग्रेस नेताओं ने साफ कर दिया है कि ये सिर्फ मनोरंजन के लिए हैं।
वहीं, इंडिया टुडे और एक्सिस इंडिया के अनुसार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंडवाड़ा से जीत रहे हैं। वहां उनका मुकाबला बीजेपी के नथन सिंह से हैं। इस सीट पर पिछले चार दशक से ज्यादा वक्त से कमलनाथ का कब्जा है। सीएम बनने के बाद यह सीट उऩ्होंने अपने बेटे नकुलनाथ के लिए छोड़ दी।
अगर 2014 चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के कमलनाथ को 5,59,755 वोट मिले थे, बीजेपी के चौधरी चंद्रभान कुबेर सिंह को 4,43,218 वोट मिले थे। यानी बीजेपी ने उस चुनाव में कड़ी टक्कर दी थी। इस बार मामला बिलकुल उलट है क्योंकि कमलनाथ की जगह उनके बेटे मैदान में हैं। हांलाकि बेटे के लिए उन्होंने खूब जोर लगाया है।
एग्जिट पोल के अनुसार सिंधिया के गुना सीट पर मुकाबला टफ है। ज्योतिरादित्य सिंधिया का वहां बीजेपी के केपी यादव से मुकाबला है। बताया जाता है कि केपी यादव कभी सिंधिया के करीबी रहे हैं। साथ ही सिंधिया ने अपनी सीट पर जोर भी खूब लगाया है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह भी मानते हैं कि हम गुना जीत सकते हैं। गुना सिंधिया की परंपरागत सीट है।
2014 चुनाव की बात करें तो गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया को 5,17,036 मत मिले थे जबकि बीजेपी उम्मीदवार जयभानसिंह पावैया को 3,96,244 वोट मिले थे। यानी बीजेपी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे फाइनल नहीं होते हैं। परिणाम के लिए 23 मई तक इंतजार करना होगा।
जाहिर है अगर परिणाम एग्जिट पोल के अनुरूप आते हैं तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। सीएम कमलनाथ इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम बीस से बाइस सीटें यहां जीत रहे हैं।