उन्होंने प्रत्याशियों को यह संदेश देने की कोशिश की कि सरकार
आने पर वे ही मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरे हो सकते हैं। कमलनाथ ने प्रत्याशियों से कहा कि गुजरात और कर्नाटक की गलती यहां नहीं दोहराई जाएगी। कई सीटें हम मतगणना में हार जाते हैं, इसलिए जीत का प्रमाण-पत्र लेने से पहले उम्मीदवार जश्न नहीं मनाएंगे। जब तक एक राउंड की गिनती का सर्टिफिकेट न मिले, तब तक अगले राउंड की गिनती शुरू
न होने दें।
मतगणना से…
थोड़ी सी भी गड़बड़ी लगे तो आक्रामकता के साथ अपनी बात रखें और उसके निराकरण के लिए अड़ जाएं। सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि नियमों की जानकारी जितनी अफसरों को है, उतनी आपको भी होनी चाहिए। यदि आपकी बात नहीं सुनी जा रही तो हेल्पलाइन पर फोन कर शिकायत दर्ज कराएं।
ये शिकायत सीधी सीईसी के पास जाएगी। कांग्रेस की तरफ से तैयार की गई 55 बिंदुओं की दिशा-निर्देश पुस्तिका भी उम्मीदवारों को दी गई। पार्टी ने इस बार बैठक में मौजूद 229 उम्मीदवारों और उनके सहयोगियों के मोबाइल फोन बंद करवा दिए।
वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि कमलनाथ अध्यक्ष हैं, प्रोटोकॉल के तहत उनकी तस्वीर लगी है, जो निर्णय राहुल गांधी लेंगे, वही सबको मान्य होगा। कांग्रेस 140 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
कमलनाथ ने कहा- बदलूंगा कलेक्टर का पदनाम
कमलनाथ ने मीडिया के सामने दावा किया कि कांग्रेस हर हाल में 140 सीटें ला रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि सत्ता में आते ही कलेक्टरों का पदनाम बदला जाएगा। उनसे पूछंूगा कि नया नाम क्या होना चाहिए।
कमलनाथ ने कहा, अगले 5 दिन में नया इतिहास शुरू हो रहा है। भाजपा के कई बड़े चेहरे चुनाव हारने वाले हैं। उन्होंने कहा, 13 तारीख को सीएम का नाम तय
होगा, राहुल गांधी ही तय करेंगे।
सरकार बनने के बाद सीएम पद पर निर्णय होना चाहिए। अभी होड़ नहीं लगनी चाहिए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री
कांग्रेस के चुने हुए विधायक और राष्ट्रीय अध्यक्ष ही प्रदेश में मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे।
दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री
स्पष्ट बहुमत से हम सरकार बना रहे हैं। मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। अजय सिंहनेता प्रतिपक्ष
मुख्यमंत्री पद को लेकर दो राय
मु ख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने के मुद्दे पर दिग्गज नेता दाएं-बाएं होते रहे, लेकिन पूरा शो कमलनाथ पर केंद्रित रहा। मंच के पीछे लगे पोस्टर में सोनिया-राहुल गांधी के साथ कमलनाथ की बड़ी तस्वीर यही कहानी कहती दिखी।
हालांकि दिग्गज नेताओं ने मीडिया को ये संदेश देने का भी प्रयास किया कि सीएम पद को लेकर कांग्रेस में कोई बहस नहीं है, लेकिन दावेदारों में सीएम पद को लेकर दो तरह की राय सामने आई।
कोलारस से कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र सिंह यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाने की मांग रखते हुए उनके लिए अपनी सीट छोडऩे की बात कही। यादव की बात का मुरैना के रघुराज सिंह और दिमनी के गिरिराज दंडोतिया ने समर्थन किया। इसके उलट निशंक जैन ने कमलनाथ को सीएम बनाए जाने की बात कही। उनके पक्ष में वहां बड़ी संख्या में कांग्रेस प्रत्याशी खड़े नजर आए।