रोड शो के दौरान साधुओं के एक हाथ में केसरिया पताका थी तो दूसरे हाथ में कांग्रेस का झंडा था। बाबाओं ने इमामी गेट से रोड शो की शुरुआत की। नादरा बस स्टैंड पर यह रोड शो समाप्त हुआ इमामी गेट पर सुबह से ही साधु संतों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। यहां करीब 2000 साधु संतों ने एकत्र होकर कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में दिग्विजय सिंह के समर्थन में रोड शो किया। बाबाओं ने हर हर महादेव जय सियाराम और बाबा बड़े जिद्दी है अबकी बार दिग्गी है कि नारे लगाए।
साधु संतों से जब यह पूछा गया कि उनकी क्या मांग है तो उन्होंने यह कहा कि राम मंदिर नहीं तो मोदी नहीं। वहीं कंप्यूटर बाबा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार झूठ बोलती हैं मैं उनके साथ कभी नहीं रहा हूं । जैसे ही उन्होंने धर्म की आड़ लेना शुरू किया मैंने उनका साथ देना बंद कर दिया।
चौक बाजार में लगे मोदी के नारे साधु संतों का रोड शो चौक बाजार से होते हुए इतवारा होते हुए नादरा बस स्टैंड पहुंचना था। जैसे ही चौक बाजार में साधु संत पहुंचना शुरू हुए इसी बीच यहां पर साधु-संतों के हर हर महादेव बोलने के बाद कुछ लोगों ने यहां घर घर मोदी के नारे लगाना शुरू कर दिए। इससे यहां अप्रिय स्थिति बनना शुरू हो गई। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को संभाला कि विवाद की स्थिति नहीं बन पाए।
मोदी-मोदी बोलने वालों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मामला रोड-शो के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगाने वाले लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है। चार नाम दर्ज समेत सात-आठ अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस दलील दे रही कि आरोपी विधि विरुद्ध एकत्रित होकर रैली निकालते समय मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे, जिससे असामान्य स्थिति निर्मित हुई।
पुलिस ने नारेबाजी के वायरल हुए वीडियो से कल्लू, घनश्याम, पप्पू, राजेश पर नामदर्ज एफआईआर की है। जबकि सात-आठ अन्य की पहचान की जा रही है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा-147, 188 व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा-127 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बसों से पहुंचे साधु संत इमामी गेट पर साधु संतों का जमावड़ा सुबह से ही लगना शुरू हो गया था यहां अधिकांश साधु संत बसों के माध्यम से पहुंचे थे। बसें इमामी गेट पर ही रोक दी गई। कफ्र्यू वाली माता मंदिर के पास से साधुओं का रोड शो शुरू हुआ और चौक बाजार होते हुए इतवारा होते हुए नादरा बस स्टैंड तक पहुंचा।
नादरा बस स्टैंड पर कंप्यूटर बाबा और दिग्विजय सिंह मौजूद थे। दिग्विजय सिंह से जब यह पूछा गया कि उन पर गैर हिंदू होने का आरोप लगता रहा है तो उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि मैं हिंदू नहीं हूं।
नादरा बस स्टैंड पर रोड शो समाप्त होने के बाद यहां से अधिकांश साधु-संत बसों के माध्यम से रवाना हुए। कंप्यूटर बाबा भी यहां से सेंट जोसेफ कोएड की स्कूल बस में बैठ कर रवाना हो गए। बस स्टैंड पर ही सडक़ पर 23 साधु-संतों ने तलवार बाजी भी की।
बीजेपी झूठ बोलती है और कहती है कि हम सनातन के साथ हैं हम बीजेपी के साथ नहीं हैं हम दिग्विजय के साथ हैं। हम राम मंदिर के साथ हैं। राम मंदिर नहीं तो मोदी नहीं। प्रज्ञा ने जेल की यात्रा की है तो दिग्विजय सिंह ने नर्मदा की यात्रा की है। दिग्विजय के साथ हम हैं।
मैं पहले बीजेपी के साथ कभी नहीं रहा हूं। सरकार में पहले मंत्री हुआ करता था वह भी नर्मदा की सेवा के लिए, नर्मदा संरक्षण के लिए लेकिन उन्होंने गद्दारी की और धर्म की आड़ लेना शुरू कर दिया इसलिए मैंने उनका साथ छोड़ दिया ।
– कंप्यूटर बाबा