निजी अस्पतालों के द्वारा होने वाली लूट खसोट पर मंत्री ने कहा कि हर समस्या को दूर करने का कोशिश रहेगी। कुपोषण और संविदाकर्मियों की समस्या को भी दूर किया जायेगा। कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंत्री तुलसी सलावट ने बंद कमरे में अधिकारियों से विभाग के संबंध चर्चा की।
इधर, तुलसी सिलावट को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बनाए जाने कालूखेड़ा ग्रुप एक्शन में आ गया है। लोगों का कहना है कि अब सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की पदपूर्ति से लेकर जरूरी सुविधा मुहैया करवाया जाएगा। इसके पहले कालूखेड़ा समर्थक अन्य नेताओं ने निजी अस्पतालों की जांच का बयान जारी कर चुनाव में बागी रहे नेताओं पर निशाना भी साधा है।
कांग्रेस नेता के.के. सिंह कालूखेड़ा का कहना है सिविल अस्पताल रेफर सेंटर बना हुआ है। इसे सुधारने व डॉक्टरों की पदपूर्ति हमारे स्थानीय वचन-पत्र में शामिल थी। अब चूंकि कांग्रेस की सरकार है और स्वास्थ मंत्रालय तुलसी सिलावट के पास है।
इसलिए यह वादे जल्द पूरे होंगे। हमने कार्ययोजना बनाना शुरू कर दी है। जैसे ही सिलावट मंत्रालय में कार्यभार संभालेंगे, उनसे सिविल अस्पताल के लिए चर्चा करेंगे। नए साल में ही डॉक्टर से लेकर अन्य जरूरी सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
विधानसभा सत्र की तैयारी : कांग्रेस खोलेगी भाजपा सरकार के गड़बड़ियों की पोल
कांग्रेस सरकार के मंत्री आगामी विधानसभा सत्र में भाजपा सरकार के पूर्व मंत्रियों की गड़बडिय़ों की कुंडली लेकर उतरेंगे। वे चुनिंदा पूर्व मंत्रियों के विभागों की गड़बडिय़ों पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। अभी तक सरकार के बाहर होने के कारण कांग्रेस नेताओं को भाजपा सरकार की गड़बडिय़ों के पर्याप्त दस्तावेज नहीं मिल पाते थे। अब मंत्री बनने के बाद यह आसान हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी मंत्रियों को विधानसभा सत्र के लिए इसकी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य रूप से नरोत्तम मिश्रा के लिए जल संसाधन, भूपेंद्र सिंह के लिए परिवहन, रामपाल सिंह के लिए लोक निर्माण और राजेंद्र शुक्ल के लिए उद्योग विभाग की फाइलों को खंगाला जाएगा। ई-टेंडर गड़बड़ी की फाइलें भी खंगाली जाएंगी। खास बात ये कि व्यापमं घोटाले और लोक निर्माण विभाग के सडक़ घोटालों को भी बारीकी से छाना जा रहा है।
उजागर होंगी गड़बडिय़ां – ऐसा करने से पूर्व मंत्रियों की गड़बडिय़ां जनता के सामने आएंगी, लेकिन मौजूदा मंत्रियों को भी इनसे सबक लेना चाहिए।