इस तरह बदली जा रही पूरे क्षेत्र की तस्वीर
स्पोर्ट श्रेणी के टीटी नगर स्टेडियम को नए प्लान में ग्रीन एरिया बता दिया। नए नक्शे में ये प्लॉट नंबर 44 पर दर्ज किया गया है।
रंगमहल से जवाहर चौक, डिपो चौराहे की ओर जाने वाले मुख्यमार्ग पर दो बड़े एजुकेशनल और व्यावसायिक भूमि को पब्लिक सेमी पब्लिक कर दिया है। यहां तक सिर्फ स्कूल, कॉलेज और अस्पताल ही बन सकेंगे। इन्हें प्लॉट नंबर 36 और प्लॉट नंबर 52 बताया है।
इस रोड पर सबसे बड़ी दिक्कत रोड के दाईं ओर बने अस्पतालों और अन्य व्यावसायिक भवनों को होगी। मौजूदा प्लान में ये मिक्स लैंडयूज में है, लेकिन एबीडी के प्लान में इन्हें आवासीय कर दिया गया है। इस लाइन में सिर्फ एक प्लॉट नंबर 28 दिया है। इस पर ही पीएसपी लैंडयूज है, जिस पर अस्पताल, स्कूल, कॉलेज बने रह सकेंगे।
रंगमहल के पीछे वाला हिस्सा नए प्लान में आवासीय और ग्रीन कर दिया है। अभी ये कमर्शियल है। ये स्टेडियम से लगा हुआ क्षेत्र है।
माता मंदिर चौराहा से डिपो चौक की ओर वाले हिस्से को दो बड़े प्लॉट 62 और 74 नाम देकर ग्रीन कर दिया गया है।
प्लेटिनम प्लाजा से शुरू होकर जवाहर चौक तक निर्माणाधीन बुलेवार्ड रोड के किनारे को व्यवसायिक कर दिया है।
टीटी नगर दशहरा मैदान को प्लॉट नंबर 24 नाम देकर उसे ग्रीन कर दिया है। इसके पास एक अन्य प्लॉट 27 बनाकर उसे भी ग्रीन किया है। इसके पास जरूर एक हिस्सा पीएसपी बनाकर यहां स्कूल, कॉलेज, अस्पताल जैसे निर्माण की राह खोली।
बारह दफ्तर वाले क्षेत्र के पास मौजूदा प्लान के ग्रीन एरिया को नए में पीएसपी और आवासीय कर खत्म कर दिया है।
स्पोर्ट श्रेणी के टीटी नगर स्टेडियम को नए प्लान में ग्रीन एरिया बता दिया। नए नक्शे में ये प्लॉट नंबर 44 पर दर्ज किया गया है।
रंगमहल से जवाहर चौक, डिपो चौराहे की ओर जाने वाले मुख्यमार्ग पर दो बड़े एजुकेशनल और व्यावसायिक भूमि को पब्लिक सेमी पब्लिक कर दिया है। यहां तक सिर्फ स्कूल, कॉलेज और अस्पताल ही बन सकेंगे। इन्हें प्लॉट नंबर 36 और प्लॉट नंबर 52 बताया है।
इस रोड पर सबसे बड़ी दिक्कत रोड के दाईं ओर बने अस्पतालों और अन्य व्यावसायिक भवनों को होगी। मौजूदा प्लान में ये मिक्स लैंडयूज में है, लेकिन एबीडी के प्लान में इन्हें आवासीय कर दिया गया है। इस लाइन में सिर्फ एक प्लॉट नंबर 28 दिया है। इस पर ही पीएसपी लैंडयूज है, जिस पर अस्पताल, स्कूल, कॉलेज बने रह सकेंगे।
रंगमहल के पीछे वाला हिस्सा नए प्लान में आवासीय और ग्रीन कर दिया है। अभी ये कमर्शियल है। ये स्टेडियम से लगा हुआ क्षेत्र है।
माता मंदिर चौराहा से डिपो चौक की ओर वाले हिस्से को दो बड़े प्लॉट 62 और 74 नाम देकर ग्रीन कर दिया गया है।
प्लेटिनम प्लाजा से शुरू होकर जवाहर चौक तक निर्माणाधीन बुलेवार्ड रोड के किनारे को व्यवसायिक कर दिया है।
टीटी नगर दशहरा मैदान को प्लॉट नंबर 24 नाम देकर उसे ग्रीन कर दिया है। इसके पास एक अन्य प्लॉट 27 बनाकर उसे भी ग्रीन किया है। इसके पास जरूर एक हिस्सा पीएसपी बनाकर यहां स्कूल, कॉलेज, अस्पताल जैसे निर्माण की राह खोली।
बारह दफ्तर वाले क्षेत्र के पास मौजूदा प्लान के ग्रीन एरिया को नए में पीएसपी और आवासीय कर खत्म कर दिया है।
यहां हरियाली का दावा
दशहरा मैदान व आसपास, डिपो चौराहे के चारो ओर, काटजू हॉस्पिटल के पीछे का प्लॉट टीटी नगर स्टेडियम तक, स्टेडियम से लिंक रोड तक की सड़क
किनारे का पूरा क्षेत्र, बुलेवार्ड और स्टेडियम के बीच का प्लॉट, लिंक रोड नंबर दो से लेकर प्लॉट तक।
दशहरा मैदान व आसपास, डिपो चौराहे के चारो ओर, काटजू हॉस्पिटल के पीछे का प्लॉट टीटी नगर स्टेडियम तक, स्टेडियम से लिंक रोड तक की सड़क
किनारे का पूरा क्षेत्र, बुलेवार्ड और स्टेडियम के बीच का प्लॉट, लिंक रोड नंबर दो से लेकर प्लॉट तक।
हम ग्रीन पॉकेट्स पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। स्थानीय प्रजाति के पौधे ही हमारी प्राथमिकता में हैं। हरियाली के साथ किसी तरह की लापरवाही नहीं होगी। – संजय कुमार, सीइओ स्मार्ट सिटी
टीटी नगर शहर का बड़ा हराभरा क्षेत्र है। यदि यहां स्मार्ट सिटी ने ग्रीन एरिया बढ़ाया है तो अच्छी बात है। लेकिन इसमें स्थानीय और भारतीय प्रजाति के पौधों को ही तवज्जो मिले तो ठीक है। सरकारी एजेंसियां विदेशी पौधों को लगाकर जिम्मेदारी पूरा करने पर भरोसा करती है। सुरेंद्र तिवारी, प्रभारी म्यूनिसिपल विंग भोपाल सिटीजंस फोरम
टीटी नगर शहर का बड़ा हराभरा क्षेत्र है। यदि यहां स्मार्ट सिटी ने ग्रीन एरिया बढ़ाया है तो अच्छी बात है। लेकिन इसमें स्थानीय और भारतीय प्रजाति के पौधों को ही तवज्जो मिले तो ठीक है। सरकारी एजेंसियां विदेशी पौधों को लगाकर जिम्मेदारी पूरा करने पर भरोसा करती है। सुरेंद्र तिवारी, प्रभारी म्यूनिसिपल विंग भोपाल सिटीजंस फोरम