प्रदर्शन के बाद समाज के लोगों ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा। इसमें मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराए जाने और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की गई है। सवर्ण समाज द्वारा दिए जा रहे धरने को अनुमति दी जाए। इस मौके पर अभा ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा, राकेश चतुर्वेदी, राजा मिश्रा, अमरवीर शर्मा, राकेश चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में पदयात्रा और सीएम हाउस का घेराव आज
एससी.एसटी एक्ट के विरोध में गुरुवार को काला कानून विरोधी मोर्चा के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा एवं यात्रा प्रभारी पंडित धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि काले कानून के विरोध में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, राजपूत, क्षत्रिय, पादरी और ओबीसी समाज के कार्यकर्ता दोपहर 12 बजे हबीबगंज गणेश मंदिर आरओबी ब्रिज के पास एकत्रित होंगे।
कार्यकर्ता यहां से मुख्यमंत्री निवास की ओर पैदल मार्च करेंगे। मोर्चा ने बीजेपी सरकार से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर मध्यप्रदेश में एससी.एसटी एक्ट लागू नही होगा यह संकल्प पारित करने की मांग की है। इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में सवर्ण संगठनों के लोग शामिल होंगे। धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से सीएम हाउस की ओर जाएंगे, लेकिन अगर पुलिस हमे रास्ते में रोकने की कोशिश करेगी, तो आने वाले दिनों में और उग्र आंदोलन किया जाएगा।
परियोजना अधिकारियों का विरोध प्रदर्शन जारी
भोपाल। ग्रेड पे सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदेशभर के परियोजना अधिकारियों ने बुधवार को दूसरे दिन भी महिला बाल विकास विभाग संचनालय का घेराव किया और धरना देकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन करते हुए परियोजना अधिकारियों ने कहा कि कई बार मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव महिला बाल विकास को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक ग्रेड पे नहीं मिल पा रहा है। हमारी मांग है कि हमारा ग्रेड पे 3600 से बढ़ाकर 4800 रुपए किया जाए, अन्यथा यह आंदोलन जारी रहेगा। परियोजना संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि आगे आमरण अनशन करना पड़े तो करेंगे। अगर शासन ने हमारी बात नहीं सुनी तो हम प्रदेश कांग्रेश के अध्यक्ष कमलनाथ से मिलकर उन्हें समर्थन देंगे। परियोजना अधिकारियेां ने अब काम बंद हड़ताल शुरू कर दी है।