पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत दो दर्जन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ श्यामला हिल्स थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन पर कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन का मामला भी दर्ज किया गया है। दिग्विजय सिंह पर धारा 353 और 188 के तहत की गई है।
इधर, एफआइर दर्ज होने के बाद शनिवार को दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि हमने किसी प्रकार का नियम नहीं तोड़ा है। हम तो मुख्यमंत्रीजी से समय लेकर मिलने जा रहे थे।, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर हमें रोक लिया।
गौरतलब है कि सीएम हाउस के एक किलोमीटर के दायरे में वे उन्होंने धरना दिया था। करीब तीन घंटे वे धरने पर बैठे थे। दिग्विजय सिंह डूब प्रभावित किसानों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय चाहते थे।
दरअसल, दिग्विजय सिंह को सीएम शिवराज सिंह चौहान के सचिवालय ने मुलाकात के लिए 21 जनवरी का समय दिया था, लेकिन एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री की व्यस्तता का हवाला देकर निरस्त कर दिया था। इससे भड़के दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ऐसा व्यवहार महंगा पड़ेगा। इस संबंध में दिग्विजय सिंह ने वीडियो भी जारी किया था और धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी।
शुक्रवार को दिया था धरना
इसके बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शुक्रवार को अपने बंगले से बाहर निकले तो वहीं पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। वे वहीं धरने पर बैठ गए थे। इस धरने में बाद में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे।
दिग्विजय इंतजार करते रहे, कमलनाथ से कर ली मुलाकात
इधर, शुक्रवार को एक घटनाक्रम में दिग्विजय सिंह सीएम हाउस पर धरना दे रहे थे, तभी स्टेट हैंगर पर पूर्व सीएम कमलनाथ और सीएम शिवराज सिंह चौहान की मुलाकात चर्चाओं में रही। दोनों ही दिग्गज करीब आधे घंटे तक स्टेट हैंगर में चर्चा करते रहे। इसी के बाद कमलनाथ दिग्विजय सिंह के धरने में शामिल भी हुए।