शहर में लगे अवैध पोस्टर बैनर की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता मोहम्मद फराज को रात पौने बारह बजे सीएम हेल्पलाइन से निराकरण की स्थिति जानने फोन आया। कोलार निवासी एक्टिविस्ट मनोज त्रिपाठी को रात साढ़े ग्यारह बजे उनकी शिकायत के निराकरण पर संतुष्टि जानने फोन आया। इसी तरह की स्थिति एमपी नगर के मनीष पांडे के साथ हुई। उन्हें भी रात 12 बजे नींद से जगाकर पूछा गया कि आपकी शिकायत दूर हुई या नहीं।
सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतें चौंका रही हैं। सीएम हेल्पलाइन के पब्लिक डेशबोड्र के अनुसार ही अक्टूबर के 24 दिनों में प्रदेशभर से 1. 55 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। हालांकि दर्ज शिकायतों पर शिकायतों के निराकरण की संतुष्टि का प्रतिशत 60 फीसदी है। 2015 से अब 69 लाख शिकायतें दर्ज हुई, लेकिन संतुष्टिप्रद निराकरण का आंकड़ा 39 लाख ही है। यानि 20 लाख लोग शिकायत के निराकरण से संतुष्ट नहीं है।