भोपाल। बुधवार को सुबह देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसके बाद कई राज्यों में लोग दहशत में आ गए। भूकंप की तीव्रता 5.6 थी और इसका केंद्र असम के सपतग्राम में था। भूकंप के बाद देशभर में हलचल मच गई। लोग अपने रिश्तेदारों के हालचाल पूछने लगे। हालांकि कहीं से भी नुकसान की खबरें नहीं हैं।
मध्यप्रदेश में कई लोग बिहार, असम, पं.बंगाल के लोग नौकरी करते हैं। इसके अलावा कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके परिवार के लोग वहां पर नौकरी करते हैं। ऐसे में भोपाल समेत मध्यप्रदेश के लोग अपने लोगों के हालचाल जानने के लिए लगातार फोन पर संपर्क कर रहे हैं। इसके अलावा रायसेन जिले के मंडीदीप इंडस्ट्रीयल एरिया में भी हजारों की संख्या में लोग असम, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग नौकरी करते हैं। ऐसे में वे भी अपने परिजनों के लिए चिंतित हो गए है।
मध्यप्रदेश के भोपाल निवासी रामरतन सक्सेना के पुत्र राजीव सक्सेना बिहार के पूर्णिया में कंस्ट्रक्शन कंपनी में जॉब करते हैं। जैसे ही सक्सेना को भूकंप की खबर मिली, वे चिंतित हो गए और उन्होंने सबसे पहले अपने बेटे राजीव के बारे में जानकारी ली। सक्सेना ने कहा कि बेटे ने बताया कि वहां हल्के झटके महसूस हुए थे, हालांकि भूकंप की तीव्रता कम थी, इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।
mp.patrika.com आपको बता रहा है कि मध्यप्रदेश में भी भयंकर भूकंप आ सकता है। पेश है एक रिपोर्ट…।
मध्यप्रदेश में आया भूकंप तो होगी तबाही
प्रदेश में अवैध उत्खनन, बेतरतीब और अनियंत्रित निर्माण बड़ी तबाही की वजह बन सकते हैं। 28 जिलों का बड़ा भू-भाग भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील जोन-4 में पहुंच गया है। ऐसे में यदि मध्यप्रदेश में भूकंप आता है और यहीं इसका केंद्र भी होता है तो इस बड़े भूभाग को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। चिंता की यह भी बात है कि पिछले कुछ सालों में भूकंपों की आवृत्ति बढ़ती जा रही है।
सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं ये जिले
विभाग के अनुसार सर्वाधिक प्रभावितों में जबलपुर, खरगौन, इंदौर, खंडवा, धार, रायसेन, देवास, सीहोर, बैतूल, सीधी, शहडोल, नरसिंहपुर, दमोह, होशंगाबाद, बड़वानी, झाबुआ, उमरिया, छिंदवाड़ा, हरदा, बुरहानपुर, अनूपपुर, सागर, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, कटनी, सिंगरौली और अलीराजपुर शामिल हैं।
इन हिस्सों में नुकसान
एक्सपर्ट बताते हैं कि पहले की तुलना में भूकंप ज्यादा आ रहे हैं। प्रदेश में जोन 3 वाले 28 जिलों का काफी हिस्सा जोन 4 में भी शामिल है। ऐसे में यदि भूकंप आता है तो इन हिस्सों को खासा नुकसान पहुंचेगा।