नामांकन करने से पहले दिग्विजय सिंह पत्नी अमृता राय के साथ झरनेश्वर मंदिर पहुंचे , जहां पर उन्होंने गुरु शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया और विशेष पूजा अर्जना की। बताया जा रहा कि दिग्विजय ने उनसे लगभग आधे घंटे तक चुनावी रणनीति पर चर्चा भी की। इस दौरान उनके साथ पत्नी अमृता राय भी मौजूद रहीं।
नामांकन करने से पहले दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट कर भोपाल की जनता से कई वादे किए। साथ ही उनसे समर्थन की अपेक्षा भी की। दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा कि हमारी कोशिश होगी कि भोपाल अपने नैसर्गिक सौन्दर्य, अपनी सांस्कृतिक पहचान एवं शांत वातावरण के साथ एक आधुनिक भोपाल बने। एक ग्लोबल सिटी हो, जहां हम दुनियाभर से रोज़गार अपने यहां ला सकें। अपना प्यारा भोपाल हमेशा हमें गर्व के साथ सिर ऊंचा रखने का अवसर दे। आपके समर्थन का आकांक्षी हूं।
दूसरे ट्वीट में दिग्विजय ने लिखा कि भोपाल की यही खूबसूरती है। समभाव का तानाबाना इसकी पहचान है। ऐसी पहचान जो पुरखों ने विरासत के रूप में हमें सौंपी है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विरासत को सहेजें, पोषित करें और सौहार्द्र के सांचे में विकास को बुनें। विकास की दौड़ में हमारी संस्कृति, हमारी पहचान धूमिल न हो जाए।
एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा कि मैं चुनौती को स्वीकार कर, भोपाल को भोपाल बनाये रखते हुए इसके विकास का लक्ष्य लेकर, मां नर्मदा के आशीर्वाद और भोपाल की जनता के स्नेह व समर्थन से मैं आज नामांकन दाखिल कर रहा हूं।