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हम चाहते हैं, भगवान राम खुद नहीं चाहेंगे किसी विवादित स्थल पर बने राम मंदिर: दिग्विजय सिंह

locationभोपालPublished: Nov 15, 2018 11:54:16 am

Submitted by:

shailendra tiwari

हम चाहते हैं, भगवान राम खुद नहीं चाहेंगे किसी विवादित स्थल पर बने राम मंदिर: दिग्विजय सिंह

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हम चाहते हैं, भगवान राम खुद नहीं चाहेंगे किसी विवादित स्थल पर बने राम मंदिर: दिग्विजय सिंह

भोपाल . मध्यप्रदेश समेत चार राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा सुर्खियों में आ गया है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना वचन पत्र जारी करने के बाद कांग्रेस बैकफुट में आ गई है। ऐसे में अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गविजय सिंह ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। दिग्विजय सिंहने बुधवार को एक कार्यक्रम को संभोदित करते हुए कहा, भगवान राम भी नहीं चाहेंगे की किसी विवादित स्थल पर राम का मंदिर बने।

क्या कहा दिग्विजय सिंह ने : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, अजीब बात है जब चुना व आता है भगवान राम के मंदिर निर्माण की बात सामने आती है। भगवान राम का मंदिर बने इसमें किसी को एतराज नहीं है, हम चाहते हैं। लेकिन भगवान राम भी नहीं चाहेंगे की किसी विवादित स्थल पर राम का मंदिर बने। वहीं, भाजपा पर हमला करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, ये भी आश्चर्य की बात है कि सरकार कहती है कि अदालत का फैसला मानेंगे। उत्तर प्रदेश के सीएम कहते हैं, रामजी की इच्छा होगी तो बनेगा और सरकार के कर्ता-धर्ता कहते हैं कि अध्यादेश निकालिए। केवल भगवान राम के मंदिर को विवादास्पद बनाना इन लोगों का लक्ष्य है।
संघ पर बैन की बात से बैकफुट पर कांग्रेस: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र का वचन पत्र के नाम से जारी किया है। कांग्रेस ने वचन पत्र में कहा है, अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तो हम सरकारी इमारतों में संघ की शाखाओं पर बैन लगाएंगे। इसके साथ ही कांग्रेस ने ये भी कहा है कि किसी भी सरकारी कर्मचारी को संघ की शाखा में जाने की रोक होगी। इसके बाद से भाजपा कांग्रेस के खिलाफ लगातार हमलावर हो गई है। जिसके बाद से कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। वहीं, कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने भी संघ की शाखाओं को आंतकी संगठन करार दिया था। जिसके बाद पार्टी ने तिवारी के बयान से किनारा कर लिया था।

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