खंडित मूर्ति का हिस्सा जहां मिला था, वहां शनिवार को भी खुदाई की जाती रही। करीब 50 मीटर के दायरे में व्यापक खुदाई की गई। शनिवार को भोजशाला के मुख्य परिसर सहित दक्षिण भाग में मिट्टी हटाई गई। गर्भगृह के पास भी खुदाई की जाती रही। यहीं पर खंडित प्रतिमा मिली थी।
भोजशाला की कमाल मौलाना की दरगाह परिसर में शाम तक सर्वे का काम चलता रहा। केमिकल विशेषज्ञ टीम ने सफाई आदि का कार्य किया। शिलालेख को पढ़ने के लिए पूर्व में ही तैयारी की जा चुकी है।
शनिवार को हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि गुरुवार से यहां एक विशेष टीम जीपीआर से सर्वे करने के पहले की प्रक्रिया पूरी कर रही है। टीम ने भोजशाला सहित 50 मीटर के दायरे में सर्चिंग की। सर्वे के तहत स्थान चिह्नित किए गए हैं। कहां-कहां किस मशीन से सर्वे करना है यह तय किया है। मशीनें यहां जल्द पहुंच सकती है। यही उपकरण जमीन के भीतर धरोहर सहित अन्य संरचनाओं का पता लगाएंगे।
उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने धार भोजशाला का जीपीआर सर्वे Dhar Bhojshala ASI Survey करने को आदेश दिया है। इसके लिए एएसआइ को जीएसआइ व उसकी टीम की मदद लेनी होगी। खनिज का पता लगाने वाले विभाग की भी मदद लेंगे।