यह है मामला
मामले की तफ्तीश कर रहे कोलार थाने के एएसआई राजेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि 32 वर्षीय उषा पति राजकुमार मेहरा ग्राम हिनोतिया आलम में रहती है। उसकी बड़ी दो साल की है, जिसे नानी ने पालकर बड़ा किया। वहीं, दूसरी सात दिन की बच्ची थी, जिसकी 6 नवम्बर 2018 को मौत हो गई। बच्ची की मौत के तीन दिन बाद मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसकी मौत, गला दबने और दम घुटने से हुई थी। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की तफ्तीश की।
श्वांस नली में फंस गया था दूध
तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि घटना वाले दिन उषा ने बच्ची की मालिश की। मालिश के दौरान ही अचानक किसी तरह गला दब गया, बच्ची रोई तो उसे दूध पिलाया। दूध श्वांस नली में फंस गया, उसे सांस लेने में तकलीफ हुई। फिर उसके गले पर हाथ मला। इसके बाद उसने बच्ची के मुंह में अंगुली डालकर उल्टी कराई। इस दौरान वह बेहोश हो गई। बेहोश होने पर परिजन उसे लेकर राजधानी भोपाल की एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां कुछ देर इलाज के बाद उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने डॉक्टर और वरिष्ठ अफसरों से राय लेने के बाद गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज है। पुलिस का तर्क है कि मां का अपनी नवजात बच्ची की हत्या करने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन यहां यह भी देखा गया कि मां को नवजात को संभालने का भी कोई अनुभव नहीं था, जिसके चलते यह हादसा हुआ।