लाइफस्टाइल ने बढ़ाई बीमारी
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि प्रदेश में लाइफस्टाइल के चलते कैंसर होने के मामले ज्यादा हैं। पुरुषों में जहां तंबाकू मुंह और लंग्स के कैंसर की सबसे बड़ी वजह है, तो महिलाओं में इंफेक्शन के चलते सरवाइकल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आ रहे है। जागरुकता से कैंसर के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाया जा सकता है। जितना ज्यादा इसे लेकर लोगों को एजुकेट किया जाएगा उतना फायदा होगा। वहीं कुल मरीजों में से आधों की मौत होने की वजह लोग उस स्थिति में डॉक्टर के पास पहुंचते हैं जहां कैंसर लास्ट स्टेज तक पहुंच चुका होता है।
ये हैं कैंसर के लक्षण
कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं, कई मामलों में तो कोई लक्षण ही नहीं दिखाई देते लेकिन फिर भी मानव शरीर आमतौर पर कुछ चेतावनियां देता है, जिनको जानना काफी जरूरी है।
अचानक वजन घटना
अगर आपका वजन बिना डाइटिंग और एक्सरसाइज को अचानक से घट रहा है तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। इसको नजरअंदाज बिल्कुल न करें और पूरा ध्यान दें।
शरीर में दर्द
आमतौर पर दर्द के कई सारे कारण होते हैं लेकिन हर तरह का दर्द कैंसर की निशानी नहीं होता। अगर शरीर में दर्द लगातार बना हुआ है तो कैंसर यह कैंसर का संकेत भी हो सकता है। अगर आपका दर्द 4 सप्ताह से अधिक समय तक बरकरार है तो इसके हलके में न लें। तुरंत डॉक्टर के पास जाकर सलाह लें।
वायरल बुखार
मौसम में परिवर्तन होने से वायरल बुखार होना आम बात है लेकिन बुखार लंबे समय तक रहता है तो किसी अच्छे डॉक्टर से परार्मश जरूर लें क्योंकि लगातार अधिक समय तक बुखार रक्त कैंसर का संकेत हो सकता है।
थकान
ज्यादा मात्रा में काम करने से थकावट होना तो साधारण बात है लेकिन शरीर को पर्याप्त आराम मिलने के बाद भी थकान महसूस हो रही है तो यह कैंसर का लक्षण है। ऐसे में आपको पूरी तरह से जांच करवानी चाहिए क्योंकि इससे कैंसर आपके शरीर में विकसित हो सकता है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
हार्मोनल असंतुलन के संकेत अक्सर हमारे चेहरे पर दिखाई देते है लेकिन त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते और बालों में ग्रोथ नहीं बढ़ रही तो यह स्किन कैंसर, फेफड़े या गुर्दे के कैंसर के संकेत हो सकते है।
कफ या पेशाब में ब्लड
अगर खांसते समय या यूरिन के समय ब्लड आ रहा है तो यह गंभीर चिंता होमामला हो सकता है। यूरिन में ब्लड आने के कई कारण हो सकते है लेकिन यह अनियंत्रित नहीं होना चाहिए। अगर यूरिन में ब्लड आ रहा है तो यह बवासीर हो सकता है। इसके अलावा यह कैंसर को संकेत भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टर से जांच करवा लें।
जलन या अपच
कई बार खाना पचाने में दिक्कत होती है लेकिन आप इन लक्षणों को अक्सर अनुभव करते हैं या पेट में जलन या अपच का ज्यादा सामना करना पड़ता है तो एक बार डॉक्टर से जांच करवा लें।
इस तेल को लगाने से दूर होगा कैंसर
कलौंजी का तेल शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोकता है और उन्हें नष्ट करता है। यह कैंसर रोगियों में स्वस्थ कोशिकाओं की रक्षा करता है। इसमें मौजूद थाइमोक्विनोन एक बायो-एक्टिव तत्व, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी कैंसर कारक है। कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को कलौंजी के तेल की आधी बड़ी चम्मच को एक गिलास अंगूर के रस में मिलाकर दिन में तीन बार लेना चाहिए।