यह भी उल्लेखनीय है कि बस में क्षमता से कहीं अधिक लगभग ८० यात्री सवार थे। घटना की जानकारी मिलते ही बिनेका यहित आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को घटना की सूचना दी। ग्रामीणों ने घायलों को बस से बाहर निकलना शुरू किया। कुछ देर बाद सुल्तानपुर और औबेदुल्लागंज पुलिस भी मौके पर पहुंची। घायलों को १०८, पुलिस वाहन सहित निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया।
बस पलटते ही यात्रियां में चीख पुकार मच गई थी। बस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी सवार थीं। उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन के चलते इन दिनो बसों में जमकर ओवरलोडिंग की जा रही है। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण बसों में क्षमता से दोगुने यात्रियों को भरा जा रहा है। ऐसे में जरा भी चूक होने पर दुर्घटना होना लाजमी है। उक्त दुर्घटना का कारण यही बताया जा रहा है। सडक़ पर बैठे पशुओं को बचाकर बस निकालने के लिए चालक ने बस को सडक़ के किनारे किया और बस अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटना के बाद बस का चालक, कंडक्टर और क्लीनर भाग गए।