भाजपा में नाराजगी
भाजपा में सबसे ज्यादा नाराजगी टिकट कटने वाली सीटों पर है। बालाघाट व खरगोन में खुलकर विरोध भी हुआ है। सीधी में रीति पाठक का विरोध हो चुका है। खंडवा में नंदकुमार सिंह चौहान के सामने पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस की नाराजगी से पार पाने की चुनौती है।
सतना में गणेश सिंह व मुरैना में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने नाराजों को थामने की चुनौती है। सुमित्रा महाजन के चुनाव न लडऩे के बाद इंदौर में टिकट की रस्साकशी है। ऐसे में नाराज धड़ों को मनाना चुनौतीपूर्ण रहेगा। पार्टी में बोधसिंह भगत, ज्ञान सिंह और केदार शुक्ला भी नाराज चल रहे हैं।
संघ और शिवराज सक्रिय
विधानसभा चुनाव के समय तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा ने रूठों को मनाने का जिम्मा संभाला था। अब शिवराज और तोमर इस मोर्चे पर सक्रिय हैं। तोमर चुनाव में उतर रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह जबलपुर से चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए वे अपनी सीट पर उलझे हैं। भाजपा में रूठों को मनाने के लिए आरएसएस भी सक्रिय है। प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत और प्रदेश चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह भी सक्रिय हैं।