नेताओं की नाराजगी के कारण लेट हुआ घोषणा पत्र: बताया जा रहा है कि बीजेपी के घोषणापत्र के लिए 32 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी। इस समिति के सदस्यों ने प्रदेश के 24 स्थानों पर जाकर आमजनता के बीच रायशुमारी की। जनता के सभी वर्गों के बीच से आए प्रमुख मुद्दों को दृष्टिपत्र में शामिल किया गया है। दृष्टिपत्र कमेटी की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने की है। सूत्रों के मुताबिक पहले दृष्टिपत्र 12 नवम्बर तक जनता के बीच आना था लेकिन टिकट वितरण के बाद पार्टी में उपजे असंतोष के चलते तारीख आगे बढ़ाई गई। सत्तारुढ़ भाजपा ने प्रदेश में सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा ने चौथी बार प्रदेश में सत्ता आने का आह्वान करते हुए अबकी बार 200 पार का नारा दिया है। राज्य में 28 नवंबर को मतदान है और मतगणना 11 दिसंबर को होगी।
इन बातों पर होगा फोकस: बीजेपीके घोषणा पत्र में महिलाओं के क साथ-साथ किसानों के लिए भी प्रावधान होगा। माना जा रहा है भाजपा किसानों के लिए फसल पर प्रति क्विंटल बोनस की जगह अब प्रति एकड़ के हिसाब से बोनस देने की घोषणा कर सकती है। इसके साथ ही किसानों की उपज के निर्यात के लिए पोर्ट बनाने की घोषणा भी कर सकती है। इसके अलावा घोषणा पत्र में भाजपा जीएसटी लागू होने के बाद मप्र को लॉजिस्टिक हब बनाने और शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी संस्थानों को ज्यादा मौके देने का वादा भी कर सकती है। भाजपा ने घोषणा पत्र को समृद्ध मप्र के लिए दृष्टि पत्र का नाम दिया है।