रावण दहन के साथ-साथ यहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही आसमानी और डिजिटल आतिशबाजी का रोमांच भी यहां दिखाई देगा। प्रदेश के सबसे बड़े रावण दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी है। दशहरा महोत्सव की शुरुआत शुक्रवार शाम को 6.30 बजे से होगी।
शहर में पहली बार डिजिटल मंच से रावण दहन किया जाएगा।
शहर में पहली बार डिजिटल मंच से रावण दहन किया जाएगा।
मंच पर भोपाल का लक्ष्मीनारायण मंदिर, केरल का प्रसिद्ध राममंदिर, अयोध्या में प्रस्तावित रामलला मंदिर जैसे 25 थ्रीडी सेट नजर आएंगे। यह मंच पूरी तरह से डिजिटल होगा और यहां से श्रीराम अग्नि बाण चलाकर प्रदेश के सबसे बड़े रावण का दहन करेंगे।
रावण को अग्निबाण लगने के बाद पुतले के दस सिर अलग-अलग जमीन पर गिरते हुए दिखाई देंगे। इसके पहले मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन भी किया जाएगा। रावण दहन के साथ ही यहां जयपुर और बांदा के आतिशबाजों द्वारा रंगारंग आतिशबाजी की प्रस्तुति दी जाएगी।
विदेशी कलाकार देंगे लोकनृत्यों की प्रस्तुति
आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आकर्षण का केंद्र होंगे। इसमें यूक्रेन और रूस कलाकार भारतीय संस्कृति पर आधारित लोकनृत्यों की मनमोहक प्रस्तुति देंगे। इसी तरह देश के विभिन्न स्थानों और स्थानीय कलाकार भी आकर्षक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आकर्षण का केंद्र होंगे। इसमें यूक्रेन और रूस कलाकार भारतीय संस्कृति पर आधारित लोकनृत्यों की मनमोहक प्रस्तुति देंगे। इसी तरह देश के विभिन्न स्थानों और स्थानीय कलाकार भी आकर्षक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
इस आयोजन का सीधा प्रसारण यूट्यूब पर किया जाएगा, इसके अलावा आयोजन स्थल पर जगह-जगह एलईडी लगाकर कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। सराउंड साउंड सिस्टम के जरिए आयोजन स्थल पर एक जैसा साउंड गूंजेगा।
ड्रोन से होगी निगरानी : हिउस के सचिव रविन्द्र यति ने बताया कि आयोजन स्थल पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। महिलाओं, बुजुर्गों के बैठने की विशेष व्यवस्था रहेगी। पार्किंग स्थल के आसपास लाइटिंग आदि की भी व्यवस्था की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से वालिंटियर तैनात रहेंगे। यहां ड्रोन कैमरे से भी आयोजन पर निगरानी रखी जाएगी। पेयजल आदि के भी बेहतर प्रबंध किए गए हैं।