तीसरे दिन भी आयकर की जांच जारी…
आयकर विभाग ने मिले दस्तावेजों के आधार पर वन विभाग और पुलिस को बुलाया है। टीआई वीरेन्द्र चौहान का कहना कि वन विभाग जो भी दस्तावेज, सबूत देगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। आईटी टीम अश्विनी शर्मा के घर की छत मे बनाए गए अय्याशी के अड्डे की जांच कर रही। सूत्रों का कहना कि अश्विनी शर्मा ने मौजूदा समय मे निक्की बाबा का पूरा स्पा हायर कर लिया था। जहां बड़ी संख्या में विदेशी लड़कियों को स्पा मे सर्विस देने के लिए लाया जाता था।
कारोबारी, नौकरशाह और नेता इस जांच में शामिल
सोमवार की देर शाम आयकर विभाग ने ट्वीट कर इसमें कारोबारी, नौकरशाह और नेताओं का गठजोड़ बताया है। इस धन में से 20 करोड़ रुपए एक बड़े राजनीतिक दल के दिल्ली स्थित मुख्यालय में हवाला के जरिए पहुंचाया गया है।
यह पैसा उसी दल के दिल्ली में तुगलक रोड पर रहने वाले वरिष्ठ नेता के घर से भेजा गया था। आयकर विभाग की दिल्ली टीम ने रविवार तड़के 3 बजे से भोपाल, इंदौर, नई दिल्ली और गोवा के 52 ठिकानों पर छापे मारे थे। इस टीम में 300 से अधिक अधिकारी शामिल थे। इसमें स्थानीय पुलिस की बजाए सीआरपीएफ की मदद ली गई।
281 करोड़ रुपए के बेहिसाब लेनदेन की पुष्टि
आयकर विभाग के प्रेस रिलीज में बताया गया कि छापे में बेहिसाब लेनदेन का पूरा रिकॉर्ड मिला है। ये रेकॉर्ड हाथ से लिखी डायरियों, कंप्यूटर फाइल और एक्सल शीट के रूप में है। आयकर टीम ने इन सबको जब्त कर लिया है। इससे मध्यप्रदेश में 281 करोड़ रुपए के बेहिसाब लेनदेन की पुष्टि होती है।
आयकर विभाग के अनुसार, दिल्ली में मारे गए छापों से एक वरिष्ठ नेता के करीबी रिश्तेदार के यहां से 230 करोड़ रुपए के बेहिसाब लेन-देन के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। वहां से इस बात के भी प्रमाण मिले हैं कि 242 करोड़ से ज्यादा की फर्जी बिलिंग की गई। साथ ही टैक्स हैवन्स में 80 से ज्यादा कंपनियों के होने के प्रमाण मिले हैं। दिल्ली के पॉश इलाकों में बेनामी प्रॉपर्टी का भी पता चला है।
नोटों के बंडलों को बक्से में भरकर बैंक पहुंचाया
छापे में टीम को अश्विनी शर्मा और प्रतीक जोशी के भोपाल स्थित प्लेटिनम प्लाजा कार्यालय और आवास से नोटों के बंडल मिले हैं। इनमें 14.60 करोड़ रुपए की नकदी है। छापे के बाद इन नोटों को अधिकारियों ने बक्से में भरकर कड़ी सुरक्षा के बीच स्टेट बैंक में जमा कराया है।
इनसे शराब की 252 बोतलें, कुछ हथियार और टाइगर की खाल भी मिली। आयकर टीम जब इनके प्लेटिनम प्लाजा स्थित आवास पर पहुंची तो उनके लग्जरी कारों का बेड़ा देखकर अचंभित हो गई। अश्विन शर्मा एनजीओ संचालक है, लेकिन वह लायजनिंग का काम करता है। छापे की कार्रवाई देर शाम तक चलती रही।
इंदौर में कक्कड़ की पत्नी और बेटे के लॉकर की जांच
इंदौर में सीएम के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के घर से सुबह आयकर अधिकारी उनके बेटे सलिल कक्कड़ को लेकर बाहर निकले। वे कक्कड़ की गाड़ी में बीसीएम हाइट्स स्थित ऑफिस ले गए। यहां दस्तावेजों की जांच हुई। दो घंटे बाद कक्कड़ की पत्नी साधना को भी बाहर ले जाया गया। बेटे और पत्नी के बैंक लॉकर की जांच हुई। कक्कड़ के घर पर दस्तावेजों की प्रतिलिपि लेने फोटोकॉपी मशीन और प्रिंटर मंगवाए।
चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव से पूछा, क्यों नहीं दी छापे की सूचना
इन हाईप्रोफाइल आयकर छापों की सूचना समय पर नहीं मिलने पर चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव भारत सरकार को पत्र लिखकर पूछा है कि आखिर आयोग या मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को छापे की सूचना समय पर क्यों नहीं दी। उन्होंने यह पत्र सीईओ वीएल कांताराव की उस शिकायत पर लिखा है, जिसमें कहा है कि प्रदेश में आयकर टीम ने रविवार सुबह 3 बजे छापे मारे, लेकिन जानकारी 5 घंटे बाद यानी सुबह 8 बजे दी गई।
सीईओ ने कहा कि इससे रोजाना 7 बजे दिल्ली भेजी जाने वाली रिपोर्ट में इन छापों का जिक्र नहीं हुआ। सीईओ ने बताया कि इस संबंध में व्यय समिति के सदस्य संयुक्त आयुक्त प्रशांत मिश्रा से कारण पूछा तो ये छापे दिल्ली की आयकर टीम ने मारे हैं। उन्हें भी जानकारी नहीं है। इस संबंध में आयोग को पत्र लिखा।
इस आधार पर राजस्व मंत्रालय को पत्र लिखा गया। ऐसा अकेले मध्यप्रदेश में ही नहीं हुआ है इससे पहले दूसरे प्रदेशों के मामले भी सामने आए। कांताराव ने बताया कि उन्हें छापे के दूसरे दिन भी यह जानकारी नहीं मिली है कि छापे में कितनी राशि नकद और सामान बरामद किया गया है। वे खुद रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
हवाला कारोबार की जांच करने पहुंचे आयकर महानिदेशक
आयकर महानिदेशक (मप्र-छग) सतीश के गुप्ता सोमवार को भोपाल स्थित आयकर कार्यालय पहुंचे। उनका यह दौरा हाल ही में जबलपुर में सामने आए 4100 करोड़ रुपए के हवाला कारोबार की समीक्षा को लेकर देखा जा रहा है। आयकर विभाग अब उन कंपनियों की भी जांच करेगा, जिनके नाम से हवाला संचालन किया जा रहा है।
भाजपा नेता के ट्वीट ने सुबह ही दे दी थी सूचना
कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने आरोप लगाया कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 8 अप्रेल को सुबह 10.33 पर ही ट्वीट कर 281 करोड़ का आंकड़ा जारी कर दिया था, जबकि आयकर विभाग ने रात 9.33 बजे ट्वीट कर यह आंकड़ा बताया। ऐसे में सवाल उठता है कि आयकर विभाग से पहले भाजपा नेता को ये जानकारी कैसे मिली। सलूजा ने कहा, इससे हमारे अरोप की पुष्टि होती है कि सारी कार्रवाई भाजपा के इशारे पर हुई है।