अपहरण के बाद की गई थी हत्या
दो दिन पहले बैरागढ़ चिचली गांव में घर के सामने से रहस्यमयी ढंग से गायब हुए साढ़े तीन साल के मासूम वरुण की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। इस घटना को पड़ोस की एक महिला ने अकेले ही अंजाम दिया। हालांकि उसके सोलह वर्षीय नाबालिग बेटे को हत्या का पता चल गया था, लेकिन वह चुप रहा।
ऐसे हुआ बच्चे का अपहरण
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि रविवार शाम को उसने वरुण को चॉकलेट का लालच देकर बुलाया। फिर उसे चींटी मारने की दवा खिलाकर मार दिया। हत्या करने के बाद उसने करीब पांच फीट की एक गेहूं की टंकी में वरुण की लाश को बंद कर दिया। बदबू न आए, इसलिए लाश को गेहूं के बीच में दबा दिया।
महिला ने वरुण के परिवार पर चोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी कारण उसकी जान ले ली। मंगलवार तड़के करीब तीन-चार बजे के बीच पुलिस का पहरा जैसे ही कमजोर हुआ, शव को ले जाकर पड़ोस में दो साल से बंद पड़े एक मकान के अंदर जला दिया। शव जलाने के लिए कंबल, रूई और कंडे का सहारा लिया।