तुला राशि
तुला राशि के जातकों की भाग्य रेखा मणिबंध से आरंभ होकर बिना कटे-फटे या टूटे सीधी शनि पर्वत तक जाती है तो ऐसा व्यक्ति राजा समान जीवन व्यतीत करता है। परन्तु इस रेखा को बीच में कोई अन्य रेखा काट दें तो जीवन के उस हिस्से में व्यक्ति को दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर शनि पर्वत पर पहुंच कर भाग्य रेखा दो रेखाओं में बंट जाए और एक हिस्सा गुरु पर्वत पर पहुंच जाए तो ऐस व्यक्ति उच्च पद तथा प्रतिष्ठा प्राप्त करता है, वह समाज में सम्मान पाता है और स्वभाव से परोपकारी तथा दानी होता है। तुला राशि के जातकों की भाग्य रेखा कुछ इसी प्रकार की होती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों की हथेली के मध्य में मस्तिष्क रेखा से निकलकर कोई रेखा शनि पर्वत तक पहुंचती है। ऐसा व्यक्ति सामान्य परिवार में जन्म लेकर भी अपनी योग्यता तथा लगन से सफलता के उच्च शिखर को छूता है। वहीं कुछ कन्या राशि के जातकों में शुक्र पर्वत से निकलने वाली रेखा उनको कलाकार बनाती है। ऐसे लोगों को भाग्योदय कला के माध्यम से ही होता है। वहीं कुछ लोगों की भाग्य रेखा के साथ-साथ शनि उत्तम हो तथा जीवन रेखा घुमावदार हो तो ऐसे व्यक्ति के पास कभी धन-समृद्धि की कोई कमी नहीं होती।