नाथ ने रंग को बताया चुनावी राजनीति का हिस्सा
मीडिया बातचीत के दौरान नाथ ने यह भी कहा कि, भाजपा को यह बात साफ तौर पर समझना चाहिए कि, भगवा रंग पर सिर्फ किसी एक पार्टी को ही अधिकार नहीं है। इसपर कांग्रेस का भी उतना ही अधिकार है और पूरे देश का भी उतना ही अधिकार है। उन्होंने कहा कि, इसलिए भाजपा को यह बात समझने की ज़रूरत है कि, चुनाव के समय से पहले बीजेपी के भगवा रंग को प्रचारित करने से उसे कोई फायदा नही मिलने वाला।
सपा से गठबंधन पर चल रही चर्चा
सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ कई आम लोगों के कांग्रेस में शामिल होने के मौके पर राजधानी भोपाल स्थित एक कार्यक्रम में शामिल हुए कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में चुनाव और गठबंधन की स्थिति पर बातचीत की। चुनाव से पहले कांग्रेस के गठबंधन की सियासत को बसपा प्रमुख मायावती के झटके के बाद कमलनाथ ने सपा से हाथ मिलाने की योजना बना रखी है। नाथ ने कहा कि, ऐसा नहीं है कि, बसपा से गठबंधन के सिलसिले पर कोई बात ना हो रही हो, उससे बात चल रही है, लेकिन स्थितियां इतनी जल्दी साफ नहीं की जा सकतीं। उन्होंने कहा कि फिलहाल,सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से एमपी चुनाव को लेकर गठबंधन पर चर्चा की जा रही है।
जब कांग्रेस को लगा था बड़ा झटका
इसके अलावा कमलनाथ ने इस बात को साफ किया कि, कांग्रेस- भाजपा को छोड़कर प्रदेश में सक्रीय लगभग सभी दलों को अपने साथ में लाने की कोशिश में जुटी हुई है। आपको याद होगा कि, कुछ दिनों पहले राजनीतिक गलियारों में इस बात की काफी चर्चा थी कि, मध्य प्रदेश में बसपा और कांग्रेस के बीच कभी भी गठबंधन हो सकता है, लेकिन इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने का एलान करके सभी को चौका दिया। इसका बड़ा झटका कांग्रेस को इसलिए भी लगा क्योंकि कांग्रेस चाहती थी कि, बसपा से उसका गठबंधन हो।