आशा कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन सीएम हाउस के पास स्थित पॉलिटेक्निक चौराहे पर चल रहा है। अपनी मांगों के लिए मंगलवार रात को ही सैकड़ों महिलाएं मुख्यमंत्री निवास के पास जमा हो गई थीं। बुधवार को सुबह से ही यह महिलाएं नारेबाजी कर रही थीं। आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि समान वेतनमान व सुविधा की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ लम्बे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं, पर हमारी मांग पूरी नहीं की जा रही है।
टॉवर से गिरी दो महिलाएं, पुलिसकर्मी भी घायल
प्रदर्शन के दौरान इनमें से कुछ महिलाएं नारेबाजी करते हुए पॉलिटेक्निक चौराहे पर स्थित एक टॉवर पर चढ़ गई। पुलिस बल महिलाओं को उतारने के लिए टावर पर चढ़ा, लेकिन अचानक संतुलन बिगड़ जाने से दो-तीन लोग अचानक गिर गए। इसमें तीन लोग बुरी तरह से घायल हो गए। इस घटना में आषा-उषा कार्यकर्ताओं के साथ एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया है। बाद में इन्हें अस्पताल ले जाया गया।
ये लगाए आरोप
आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को हर तरफ से सरकार लाभ देती है। लेकिन आशा कार्यकर्ताओं को उनके काम के बदले उन्हें प्रोत्साहन व नाममात्र का वेतनमान दिया जाता है। सरकार द्वारा कोई सुविधा नहीं दी जाती। सरकार व विभाग आशा कार्यकर्ताओं शोषण कर रही है।
पॉलिटेक्निक चौराहे पर मंगलवार को सुबह से ही आशा कार्यकर्ताओं ने समान वेतनमान व सुविधा की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। पिछले 24 घंटे से अपने हक की लड़ाई लड रही आशा कार्यकर्ताओं के साथ प्रशासन ने किसी भी तरह की सुविधाएं देना मुनासिब नहीं समझा।
प्रशासन के सुविधा नहीं देने से प्रदेश भर से धरना प्रदर्शन के लिए राजधानी आई आशा कार्यकर्ताओं को खुले आसमान के नीचे ही रात बितानी पड़ी। प्रशासन के द्वारा इन कार्यकर्ताओं को न तो एमजेंसी टायलेट तक की व्यवस्था की और न टेंट आदि लगवाए।
जिस कारण कार्यकर्ताओं को सड़क पर ही रात भर लेटना और बैठना पड़ा। रात में पुलिस ने चारों तरफ बेरीकेड्स लगाकर महिलाओं को पुलिस घेर रखी थी।