फैसला आते ही आश्रम की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है साथ ही पुलिस के आला अधिकारी भी स्थिति का जायजा लेने पहुंच रहे हैं। आसाराम को जोधपुर जेल में दोषी करार दिया गया। गांधीनगर स्थित आसाराम आश्रम में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस आसपास भी नजर रख रही है।
सुबह से आसाराम आश्रम के सत्संग सभग्रह में उनके अनुयायी सत्संग कर रहे हैं और ईश्वर से बापू की रिहाई के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आसाराम को दोषी करार देने के अदालत के इस फैसले के बाद भोपाल के आसाराम आश्रम में उनके अनुयायी मायूस है। उनका कहना है कि बापू निर्दोष हैं उन्हें फसाया गया है।
इधर, आसाराम बापू को कोर्ट द्वारा सजा सुनाने के बाद सीएम द्वारा उनके नाम के बोर्ड-होर्डिग और अन्य स्थान बदलने या हटाने के ट्वीट पर सबसे अधिक सक्रियता महापौर आलोक शर्मा ने दिखाई। तुरंत एयरपोर्ट रोड पहुंचे और आसाराम बापू के नाम पर बनाया गया बस स्टॉप हटा दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यक्ति की कोई निशानी शहर में नहीं रहने दी जाएगी।
गौरतलब है कि गांधीनगर के पास आसाराम का आश्रम है और यहीं पर उनके नाम का गेट, स्टॉप और अन्य स्थान है। सबको ही हटाने की कवायद की जा रही है। आसाराम के नाम पर स्थानों को पहले भी हटाने की कोशिश की गई, लेकिन उनके समर्थकों ने विरोध किया। कोर्ट से सजा मिलने के बाद पूरे निगम अमले को लेकर महापौर गांधी नगर पहुंचे और यहां चौराहा समेत बस स्टॉप पर लिखे नाम को धराशायी करा दिया।