script

एनेक्सी भवन का पुराना डिजाइन खारिज, अफसरों को पैदल चलना अखरा

locationभोपालPublished: Feb 16, 2019 01:58:06 am

Submitted by:

Pushpam Kumar

शिवराज मॉडल को बदलेगी कमलनाथ सरकार

Annexy building

Annexy building

भोपाल. मंत्रालय एनेक्सी के शिवराज मॉडल को कमलनाथ सरकार ने बदलना तय कर लिया है। इसके तहत मंत्रालय एनेक्सी के पांचों फ्लोर अब पुरानी बिल्डिंग से जोड़े जाएंगे। शिवराज मॉडल में केवल दूसरे और तीसरे फ्लोर को ही जोड़ा गया था, लेकिन अब कमलनाथ सरकार ने इसमें बदलाव का फैसला किया है।
वर्तमान में पुराने मंत्रालय भवन को बिल्डिंग नंबर-1 माना जाता है, जबकि इसके अलावा एनेक्सी के दो भवन एनेक्सी-2 और एनेक्सी-3 हैं। इनमें एक जगह से दूसरी जगह जाने में काफी पेचीदगियां हैं। मंत्रियों सहित आला अफसरों को काफी परेशान होना पड़ता है। यदि आप पांचवीं मंजिल पर हैं या ग्राउंड पर हैं, तो भी दूसरी और तीसरी मंजिल से होकर ही पुरानी बिल्डिंग में जा पाएंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस डिजाइन में बदलाव के निर्देश दे दिए हैं।
नई सरकार के आदेश पर अब सबसे पहले पांचवीं मंजिल के दोनों साइड के कॉरीडोर को पुराने भवन से जोड़ा जा रहा है। इसके तहत नया कॉरीडोर दोनों साइड बनेगा, जो पुरानी बिल्ंिडग में जाएगा। इससे एनेक्सी-2 के सीएम चेंबर वाली पांचवीं मंजिल से दोनों साइड से पुरानी बिल्डिंग में पहुंच सकेंगे। एनेक्सी 3 में भी पांचवीं मंजिल से दोनों ओर से पुरानी बिल्डिंग में जाया जा सकेगा। पुरानी बिल्डिंग में पुराने कैबिनेट कक्ष को भी तोड़ा जा रहा है। यहां से भी एनेक्सी-2 के लिए कॉरीडोर बनेगा। पुरानी बिल्डिंग में कार्मिक सचिव कक्ष के समीप से भी कॉरीडोर एनेक्सी 3 के लिए जाएगा। फिलहाल पहली मंजिल के लिए कॉरीडोर बनाना तय नहीं किया गया है, लेकिन पहली मंजिल को भी जोडऩे पर विचार चल रहा है।

ये है वजह
दरअसल, पुराने शिवराज मॉडल के तहत आइएएस अफसरों को एक भवन से दूसरे भवन में जाने के लिए बेहद पैदल चलना पड़ता है। कभी भी सीएम सचिवालय से बुलाए जाने पर आला अफसर जल्दी नहीं पहुंच पाते हैं। लिफ्ट तक पहुंचने के लिए ही काफी समय लग जाता है। इसलिए पांचवीं मंजिल को तीनों भवनों में कॉरीडोर के जरिए जोड़ रहे हैं। इसी तरह जब से मुख्य सचिव एसआर मोहंती एनेक्सी 2 में शिफ्ट हुए हैं, तब से चौथी मंजिल पर भी आला अफसरों को जाने की जरूरत पड़ती है। वहां भी दूसरी या तीसरी मंजिल तक पैदल चलकर जाने में देरी होती है, इसलिए चौथी मंजिल को भी कॉरीडोर के जरिए जोड़ रहे हैं। एक हफ्ते के भीतर यह कॉरीडोर बनकर तैयार हो जाएगा।

ट्रेंडिंग वीडियो