इधर, डीआइजी इरशाद वली ने छह डॉक्टरों का पैनल गठित करने के लिए पीएचक्यू से आए पत्र को गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन और खुशीलाल आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य को भेज दिया है। डीआइजी इरशाद वली का कहना है कि बुधवार देर शाम तक कहीं से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिसके चलते यह छह सदस्यीय डॉक्टरों का पैनल गठित नहीं हो सका। शुकक्रवार को पैनल गठित होते ही एडीजी मिश्रा को उनके बंगले पर टीम आने के बारे में अवगत करा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मानव अधिकार आयोग के जस्टिस नरेन्द्र कुमार जैन ने मंगलवार को डीजीपी वीके सिंह को चार दिन में नए सिरे से जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। यह जांच एसपी स्तर के अफसर के साथ गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन या फिर सीएमएचओ भोपाल करेंगे। रिपोर्ट फिर से तीन बिंदुओं पर मांगी है, जिसे 23 फरवरी या उससे पहले आयोग को भेजी जाए।
एडीजी राजेन्द्र कुमार मिश्रा ने गुरूवार को डीजीपी वीके सिंह से मुलाकात की और मानव अधिकार आयोग भी पहुंचे। दोनों जगह एडीजी मिश्रा ने अपना पक्ष रखा और बोले कि मैंरे पिताजी अभी जिंदा है, अभी उनकी नाड़ी चल रही है। कैसे उनका अंतिम संस्कार कर दें।