महिला की आंख के समीप और दोनों पैरों में गंभीर चोट आई हैं। महिला को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर रात प्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा मिलने पहुंची। महिला के साथ दो पुलिसकर्मियों को भी भर्ती कराया गया, क्योंकि वे भी घायल हो गई थी। सरकार का कोई अधिकृत प्रतिनिधि महिला से मिलने नहीं पहुंचा।
ऐसे हुई घटना…
पुलिस के मुताबिक उसे नीचे उतरने के लिए पुलिसकर्मी आवाज दे रहे थे। इसी दौरान उसका हाथ फिसल गया और वह टावर से नीचे गिर गई। इस हादसे में नीचे से इस महिला को समझा रहीं दो महिला पुलिसकर्मी भी उसकी चपेट में आ गईं, जिससे उनके भी पैरों में चोटें आईं हैं। उन्हें भी इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक कल से ही इन प्रदर्शनकारियों को बताया जा रहा है कि यह प्रतिबंधित इलाका है।
पुलिस के मुताबिक उसे नीचे उतरने के लिए पुलिसकर्मी आवाज दे रहे थे। इसी दौरान उसका हाथ फिसल गया और वह टावर से नीचे गिर गई। इस हादसे में नीचे से इस महिला को समझा रहीं दो महिला पुलिसकर्मी भी उसकी चपेट में आ गईं, जिससे उनके भी पैरों में चोटें आईं हैं। उन्हें भी इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक कल से ही इन प्रदर्शनकारियों को बताया जा रहा है कि यह प्रतिबंधित इलाका है।
इस इलाके में धारा 144 लगी है। इसलिए यहां पर धरना पर न बैठें, लेकिन वे नहीं मानी। साथ ही इन प्रदर्शनकारियों ने इलाके में शांति भंग करने के अलावा चक्काजाम भी किया। पुलिस से हाथापाई…
टावर से महिला कार्यकर्ता के गिरने के बाद आशा कार्यकर्ताओं का गुस्सा और भड़क गया और उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आशा सहयोगिनी को 25,000 रुपए और आशा-उषा कार्यकर्ताओं को 10,000 रुपए मानदेय सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा नियमितीकरण और चिकित्सा सुविधा समेत दूसरी कई सुविधाओं की मांग की जा रही है।
टावर से महिला कार्यकर्ता के गिरने के बाद आशा कार्यकर्ताओं का गुस्सा और भड़क गया और उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आशा सहयोगिनी को 25,000 रुपए और आशा-उषा कार्यकर्ताओं को 10,000 रुपए मानदेय सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा नियमितीकरण और चिकित्सा सुविधा समेत दूसरी कई सुविधाओं की मांग की जा रही है।
ये हैं मांगें…
दरअसल नियमितीकरण और अपने मानदेय को बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर आशा और उषा की महिला कार्यकर्ता दो अक्टूबर की सुबह से यहां मुख्यमंत्री निवास के पास पॉलिटेक्निक चौराहे पर धरने पर बैठी हैं।
दरअसल नियमितीकरण और अपने मानदेय को बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर आशा और उषा की महिला कार्यकर्ता दो अक्टूबर की सुबह से यहां मुख्यमंत्री निवास के पास पॉलिटेक्निक चौराहे पर धरने पर बैठी हैं।
बताया जाता है कि टावर से नीचे गिरी आशा कार्यकर्ता का नाम ममता राजावत (42) है। वह भिंड की रहने वाली है। उसके पैरों और आंख के पास गंभीर चोटें आईं हैं। नीचे गिरते समय टावर से टकराने से आंख के पास चोट लगी। उसे तत्काल शासकीय हमीदिया अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उसकी स्थिति अब ठीक है।