हाईकमान ने हाल ही में गुलाम नबी आजाद को पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया है। कार्यभार संभालने के बाद आजाद ने अभी तक हरियाणा में आकर कांग्रेसियों की एक भी बैठक नहीं ली है और हुड्डा समर्थित कांग्रेसी विधायक उनके पास पहुंच गए हैं। हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है लेकिन इसके कई राजनीतिक मायने हैं।
इस मुलाकात के बाद हुड्डा समर्थित विधायक बेहद उत्साहित होकर वापस लौटे हैं। सूत्रों की मानें को गुलाम नबी आजाद के साथ मुलाकात करने वालों में विधायक शकुंतला खटक, जयवीर वाल्मीकि, जयतीर्थ दहिया, करण दलाल, विधानसभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा व ललित नागर समेत कुल एक दर्जन विधायक शामिल थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त विधायकों ने गुलाम नबी आजाद के साथ बैठक के दौरान हरियाणा के वर्तमान राजनीतिक हालातों पर चर्चा के अलावा कांग्रेस पार्टी के विवाद के बारे भी बातचीत की है। बताया जाता है कि उक्त सभी विधायकों ने नवनियुक्त प्रभारी के समक्ष दबाव की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि अगर हरियाणा में कांग्रेस पार्टी को दोबारा सत्ता में लाना है तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्री-हैंड देना जरूरी है।
बताया जाता है कि गुलाम नबी आजाद ने उक्त सभी विधायकों को बहुत जल्द बैठक बुलाने का आश्वासन देते हुए कहा है कि वह इस मामले में राहुल गांधी से भी बातचीत करेंगे। कांग्रेस प्रभारी के साथ हुई बैठक के बारे में पुष्टि करते हुए विधायक जयतीर्थ दहिया ने बताया कि कांग्रेस प्रभारी के साथ हुई बैठक में उनके साथ प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालातों के बारे में चर्चा की गई है।