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भिवाड़ी

उद्योग क्षेत्र सलारपुर में निवेशकों को नहीं मिल रही बिजली

फैक्ट्री का निर्माण एवं उत्पादन काम नहीं पकड़ रहा गति

भिवाड़ीApr 27, 2024 / 08:14 pm

Dharmendra dixit

भिवाड़ी. इंवेस्ट समिट नवंबर 2022 में रीको ने सलारपुर औद्योगिक क्षेत्र में निवेशकों को भूखंड आवंटित किए। बिजली की लाइन का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में नई इकाइयों को निर्माण शुरू करने के लिए भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। अगर निवेशकों को यहां पर बिजली की सुविधा नहीं मिलेगी तो उनका निर्माण कार्य कैसे पूरा होगा। इंवेस्ट समिट के बाद उक्त क्षेत्र में 29 भूखंड आवंटित किए गए हैं। इनमें से करीब एक दर्जन इकाई निर्माण प्रक्रिया कर रही हैं। तीन फैक्ट्री संचालकों ने निर्माण के लिए अस्थायी कनेक्शन लिया हुआ है। कई बड़े भूखंड हैं जिन पर दिन-रात काम चलता लेकिन उन्हें 24 घंटे बिजली नहीं मिलती। जबकि वे अस्थायी कनेक्शन के लिए निगम को तय दर आठ रुपए यूनिट की अपेक्षा अधिक राशि 13 रुपए प्रति यूनिट अदा करते हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि रीको की लाइन का काम पूरा नहीं होने की वजह से निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। उक्त क्षेत्र में निगम का शहरी फीडर नहीं है। टपूकड़ा का जो फीडर है वह ग्रामीण हैं, इसमें पूरे 24 घंटे में मात्र पांच-छह घंटे थ्री फेज की आपूर्ति होती है। इसके साथ ही कभी दिन तो कभी रात को इसका समय बदलता रहता है। आपूर्ति का समय पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता कम होने की वजह से बदलता है। ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि नए निवेशक जिन्हें तय अवधि में काम पूरा करने के बाद उत्पादन शुरू करना है और रीको को इसकी जानकारी देनी है वह क्या करें। बिजली व्यवस्था का काम दो विभागों के बीच होने की वजह से निवेशकों के लिए उलझन बन गई है।

एक इकाई को मिला कनेक्शन

अभी तक क्षेत्र में सिर्फ एक इकाई को उत्पादन शुरू करने के लिए कनेक्शन मिला है। उक्त इकाई द्वारा ऑटो पार्टस का निर्माण किया जा रहा है। इसको कनेक्शन देने के लिए रीको ने निगम को उक्त क्षेत्र की लाइन आंशिक रूप से हैंडओवर की थी।

लाखों रुपए खर्च फिर भी नहीं हल

क्षेत्र में एक वायर निर्माण करने वाली इकाई को 40 हजार मीटर के भूखंड पर निर्माण होना है। उक्त इकाई ने लाखों रुपए की प्रतिभूति राशि जमा कराई लेकिन उसे अस्थायी कनेक्शन में सिर्फ छह घंटे बिजली मिल रही है। इतना बड़ा निर्माण करने के लिए उसे 24 घंटे नियमित बिजली आपूर्ति की जरूरत है। कंपनी के प्रतिनिधि निगम के चक्कर लगा रहे हैं। स्थायी कनेक्शन की भी मांग कर रहे हैं लेकिन उनका कोई इंतजाम नहीं हो रहा है।

तीन साल में उत्पादन जरूरी

रीको का नियम है कि निवेशकों को आवंटित भूखंड से तीन साल के अंदर उत्पादन शुरू करना होगा। अगर तय अवधि में निवेशक उत्पादन शुरू नहीं करते हैं तो वह आवंटित भूखंड का निरस्त कर देता है, जुर्माना लेती है। ऐसी स्थिति में जहां सुविधाएं ही नहीं है, वहां निवेशकों को बेवजह परेशानी झेलनी पड़ेगी।

नव विकसित क्षेत्र सलारपुर

उद्योग क्षेत्र भिवाड़ी, कहरानी, चौपानकी, पथरेड़ी, खुशखेड़ा, कारौली, टपूकड़ा, सारेखुर्द, बंदापुर औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो चुके हैं। सलारपुर में कुल 210 औद्योगिक भूखंड हैं जिसमें से 29 भूखंड उद्यमियों ने उद्योग लगाने खरीद लिए हैं। सलारपुर में 83 हेक्टेयर में आवासीय और व्यावसायिक उपयोग होगा। उद्योग के लिए एक हजार वर्गमीटर से ऊपर के प्लॉट हैं। ऑटो जोन के लिए 249 हेक्टेयर, इलेक्ट्रोनिक मैन्यूफैक्चरिंगरिंगरिंग क्लस्टर (ईएमसी) के लिए 26 हेक्टेयर जमीन और जनरल जोन के लिए 26.74 हेक्टेयर जमीन रखी गई हैं।

अभी रीको की विद्युत लाइन निगम को हैंडओवर नहीं हुई हैं। अस्थायी कनेक्शन के लिए भी वहां ग्रामीण फीडर है, उसी से कनेक्शन दिए जा सकते हैं।

सौरव जोशी, एईएन, टपूकड़ा

आधे क्षेत्र में लाइन डल चुकी है जिसे कुछ दिनों में निगम को हैंडओवर कर दिया जाएगा। इस संबंध में पावर एसई और कार्यदायी एजेंसी से बात हुई है।
आदित्य शर्मा, यूनिट हेड, रीको
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