यहां बतादें कि भिण्ड शहर में ३३० करोड़ की लागत से सीवर प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया है। पहले चरण में ९२ करोड़ की लागत से काम किया जाएगा। निर्माण कार्य के नियम एवं शर्तों को अनदेखा कर ठेकेदार अपनी मनमर्जी से निर्माण कार्य करवा रहे हैं। शहर के बीटीआई रोड, सीतानगर, सरोजनगर, विक्रमपुरा, सुभाषनगर, महावीरगंज, न्यूमहावीरगंज, लश्कर रोड, खिड़किया मोहल्ला, राजहोली आदि सहित एक दर्जन से अधिक इलाकों में सीवर लाइन बिछाने के लिए सडक़ों को खोद दिया है। हैरानी की बात ये है कि पाइप बिछाने के बाद सडक़ों को जैसा का तैसा बनाकर देने का प्रावधान है, लेकिन निर्माण कंपनी के ठेकेदार आमजन की समस्या को अनदेखा कर पाइप बंद करने के बाद ठीक तरह से सडक़ नहीं बना रहे हैं।
लोगों की शिकायतों की हो रही अनदेखी : आवागमन के अलवा धूल के गुबार से परेशान लोगों द्वारा नगर पालिका कार्यालय में कई बार समस्या को लेकर शिकायत की है लेकिन संबंधित अधिकारी लोगों की शिकायतों को अनदेखा करते आ रहे हैं। एक ओर दिन भर उडऩे वाली धूल लोगों को बीमार कर रही है वहीं ऊबड़ खाबड़ रास्ते हादसों का सबब भी बन रहे हैं।
सडक़ें उखडऩे से चहुंओर धूल के गुबार बन रहे बीमारी का सबब उल्लेखनीय है कि शहर की लगभग सभी सडक़ें दो से तीन वर्ष पूर्व बनाई गई थीं। जिन्हें सीवर परियोजना के चलते खोद दिया है। पाइप-लाइन बिछाने तथा चेंबर निर्माण के बाद मिट्टी डालकर बंद की जा रहीं हैं सडक़ें। सीमेंट कांक्रीट से कुछ हिस्सा बनाया भी जाता है तो इतना गुणवत्ताहीन कि चंद रोज में ही उखड़ जाता है। बायपास किनारे गिरगिट की पुलिया से गए नाला किनारा खोदकर सीवर के लिए पाइपलाइन बिछाई गई थी। वर्ममान में चार से पांच फिट गहरी रोड धंसक गई है। जिसे निर्माणकर्ता कंपनी या उसके ठेकेदार ने पलटकर एक बार भी देखा नहीं है।
विधायक बोले ६० प्रतिशत धनराशि चढ़ रही भ्रष्टाचार की भेंट भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने सीवर निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि अभी तक जितना निर्माण कार्य किया गया है उसमें ६० फीसदी राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। यही वजह है कि निर्माण के साथ ही जगह-जगह चेंबर टूट रहे हैं तथा पाइप फूट रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे इस मामले को गंभीरता से उठाएंगे। वर्ष २००८ में सिटी कोतवाली से लेकर नगर पालिका कार्यालय तक करीब दो किमी लंबी सीसी सडक़ का निर्माण पांच करोड़ की लागत से किया गया था। उक्त रोड को उधेडऩे के बाद भी जैसे का तैसा नहीं बनाया जा रहा है।
-निर्माण कार्य गारंटी में है। जहां भी गुणवत्ता खराब पाई जाएगी वहां पुन: निर्माण करना होगा। टीम द्वारा निर्माण स्थलों पर निरीक्षण कराया जा रहा है। संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जेएन पारा, सीएमओ नपा भिण्ड