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भिंड

एक स्कूल जहां 86 फीसदी अंक आने पर नहीं मिलता प्रवेश, आखिर क्यों

कलेक्टर के बंगले पर छात्रों ने किया प्रदर्शन, गणित, बायो और कॉमर्स में नहीं मिल रहा प्रवेश

भिंडJun 22, 2018 / 11:37 pm

monu sahu

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एक स्कूल जहां 86 फीसदी अंक आने पर नहीं मिलता प्रवेश, आखिर क्यों

भिण्ड. बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में अच्छे अंक लाने के बाद भी सैकड़ों की संख्या में गरीब छात्रों की डाक्टर और इंजीनियर बनने की तमन्ना पूरी नहीं हो पा रही है। क्योंकि 86 फीसदी अंक लाने वाले छात्रों को भी शहर के इकलौते एक्सीलेंस स्कूल में मैथ और बॉयो से पढऩें के लिए प्रवेश नहीं मिल रहा। आधा सैकड़ा से अधिक छात्रों ने कलेक्टर के आवास पर पहुंचकर प्रदर्शन किया तथा सीट्स और फैकेल्टी बढ़ानें की गुहार लगाई है। वहीं प्राचार्य ने प्रवेश देने से हाथ खड़े कर दिए हैं।
कक्षा 11 में प्रवेश लेने के लिए इस बार एक्सीलेंस न.01 में विज्ञान संकाया में प्रवेश पाने के लिए 875 छात्रों ने आवेदन किया है, जबकि दोनों की हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में 100-100 सीटें ही उपलब्ध है। इनमें एक सैकड़ा से अधिक छात्र एक्सीलेंस के ही हैं। अधिकांश छात्र गणित अथवा बायो मेें ही प्रवेश लेना चाहते हैं, जबकि बाहर के छात्रों की मैरिट 89.6 प्रतिशत पर पहुंच गई है और स्कूल के छात्रों को 86.6 प्रतिशत से कम पर प्रवेश देना संभव नहीं रहा है। एक्सीलेंस स्कूल के ही जिन छात्रों के अंक 86 प्रतिशत तक आएं है उन्हें भी गणित मेें प्रवेश मिल पाना संभव नहीं लग पा रहा। इसी प्रकार बायो में 86 फीसदी से कम अंक लाने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। गत वर्ष कक्षा में 267 छात्रोंं को प्रवेश दिए गए थे जबकि इस बार 350 की सूची तैयार है। स्कूल के जिन छात्रों को गणित-बायो मेंं प्रवेश नहीं मिला है उनसे कामर्स अथवा एग्रीकल्चर में प्रवेश लेने के लिए कहा जा रहा है। यदि छात्र इन बिषयों में प्रवेश के इच्छुक नहीं हैं तो उन्हें टीसी लेने के लिए कहा जा रहा है। प्रवेश की स्थित यह है आर्ट और कॉमर्स अंग्रेजी माध्यम में भी सीटें खाली नहीं है। एक्सीलेंस में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले अधिकांश छात्र गरीब वर्ग से हैं, प्राइवेट स्कूल की फीस भरने में असमर्थता के चलते उनके सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
सीटें बढ़ाने प्राचार्य से लगाई गुहार

कलेक्टर आवास से लौटने के बाद छात्र विवेक शर्मा, अमन तिवारी, नवलकिशोर, अंकित अटोरिया, अभिषेक सिसोदिया, शिवांस सैंथिया, देवांस सोनी, आशीष शर्मा सचिन नरवरिया, विमल राजावत, साहिल मिश्रा, राज राजावत ने प्राचार्य से सीटों की संंख्या बढ़ाने की गुहार लगाई, लेकिन प्राचार्य ने यह कहते हुए असमर्थता जता दी कि उनके पास न तो कक्षाएं लगाने के लिए भवन है और न ही फैकल्टी। प्राचार्य का कहना है कि जिन छात्रों के अंक 86 फीसदी तक हैं उन्हें अतिरिक्त विषय के रूप में गणित दिलाने के लिए प्रयास करेंगे। उक्त सभी छात्रों के हाईस्कूल में अंक 82 से 86 प्रतिशत तक अंक आए हैं।
-शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 26 जून निर्धारित की गई है। जो इस तिथि का तक फीस नहीं भरेंगे उनके स्थान पर कुछ छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। हमारे पास भवन और टीचर्स की कमी है। यदि टीचर्स की भी व्यवस्था हो जाए तो समस्या का समाधान हो सकता है। स्कूल के छात्रों का 15 अंकों की छूट दी गई है। 90 फीसदी अंक वाले बाहरी छात्रों को इंकार तो नहीं कर सक तें। सीटें बढ़ाने के लिए कलेक्टर से चर्चा करेंगे।
पीएस चौहान प्राचार्य शासकीय एक्सीलेंस स्कूल नं.01 भिण्ड

-85.50 फीसदी अंक आए है और कक्षा 9 से ही एक्सीलेंस में पढ़ रहे हैं। फिर भी प्रवेश नहीं मिल रहा है। पहला हक एक्सीलेंस के छात्रों का है। लेकिन हमारे लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। हमारे साथ अन्याय है हम कहां जाए। प्राइवेट स्कूल में पढऩे के लिए पैसे नहीं हैं।
सचिन नरवरिया छात्र एक्सीलेंस

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