स्टेशन अधीक्षक खान इन दिन से कुछ संगठनों के विरोध के चलते विवाद में है। संगठन खान पर कई आरोप लगा चुके व भीलवाड़ा से अजमेर तक प्रदर्शन कर उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं। खुफिया रिपोर्ट में विरोध के सुरों के उग्र होने की संभावना जताई। साथ ही खान को जान का खतरा होने की आशंका जताई है। अजमेर रेल मंडल ने इसे गंभीरता से लिया और खान को तुरन्त मुख्यालय बुला लिया। बुधवार को खान ने आला अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखा। खान को भी एहतियात बरतने को कहा गया। स्टेशन परिसर स्थित धार्मिक स्थलों की सुविधाओं को बेहतर करने को लेकर भी समीक्षा की गई।
अब में सुरक्षित नहीं खान का कहना है कि दोवर्ष के कार्यकाल में स्टेशन की व्यवस्था सुधार के प्रयास टीम वर्क से हुए। देश के ए श्रेणी में शुमार भीलवाड़ा स्टेशन की रेंकिंग १३५वीं थी, जो अब १०वीं हो गई है। उत्तर पश्चिम जोन में शामिल अजमेर, जयपुर, जोधपुर व बीकानेर मण्डल के स्टेशनों में से भीलवाड़ा को बेहतर यात्री सुविधा व सफाई के लिए सम्मानित किया गया। खान ने बताया कि जो आरोप लगे है वो गलत है। वे यहां अब अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है। उधर, अजमेरमण्डल प्रबंधक की टीम मामले की जांच कर रही है। वही नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाई यूनियन व रेलवे सलाहकार समिति सदस्यों ने स्टेशन परिसर में हुुए पर्यावरण व विकास कार्यों की सराहना की।
नहीं किसी को खतरा स्टेशन पर यात्री व सुरक्षा व्यवस्था बेहतर है। गश्त व पार्किग व्यवस्था प्रभावी बनाई गई। अतिक्रमण या किसी को परेशान करने की शिकायत नहीं है। स्टेशन अधीक्षक से भी कोई शिकायत नहीं है और ना ही उन्हें किसी प्रकार का खतरा है।
सुभाष चन्द्र मीणा, प्रभारी, आरपीएफ