मुखबिरों की सूचना पर जांच में पाया गया कि क्षेत्र के धुंवाला ग्राम पंचायत के दाता ग्राम व भगवानपुरा ग्राम में चित्तौड़गढ़ जिले के मण्डावरी ग्राम की कंजर गैंग का हाथ है। दल ने साइबर सेल भीलवाड़ा के सहयोग से चोरी में लिप्त दुर्योधन कंजर व शंकर कंजर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपितों ने साथियों की मदद से चोरी करना स्वीकार किया।
आदतन है आरोपित प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपित आदतन अपराधी है। कई दफा चोरी के मामलों में जेल जा चुके है। चोरी के पैसोंं से ही गुजारा चलाते हैं। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद कुछ हिस्सा अपने समाज में विधवा महिलाओं को परिवार पालने के लिए देते हैं। गेंग के अन्य साथियों के बारे में कड़ाई से पूछताछ की जा रही है।
इनका खुलासा 5 जुलाई को भगवानपुरा निवासी गणपत लाल उपाध्याय ,प्रभु लाल उपाध्याय व प्रभु लाल माली के मकान से एक किलोग्राम चांदी, एक तोला स्वर्ण आभूषण व 15 हजार की नकदी सहित बाइक चोरी कर ले गए।
धुवाला पंचायत के दाता ग्राम निवासी रामकुंवार जाट अपने परिवार के साथ मकान के बरामदे में सो रहा था। पीछे से चोरों ने खिड़की को तोड़ कर अन्दर प्रवेश कर कमरे को बन्द कर दिया व अन्दर सामान बिखेर दिया व रखी तिजोरी को ले गए। जिसके अन्दर रखें साढे छह तोला वजनी के सोने के आभूषण व साढे तीन किलो चांदी के आभूषण व दो हजार की नकदी चोरी कर तिजोरी को कुछ दूरी पर छोड़ गए ।
शांति समिति की बैठक सम्पन्न माण्डल
आने वाले त्यौहारों को लेकर गुरूवार को थाना परीसर में शांति समिति की बैठक का आयोजन उपखण्ड अधिकारी रजनी माधीवाल की अध्यक्षता में किया गया । जिसमें प्रशासनिक अधिकारीयों ने ग्रामीणों को साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की । इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक अरूण माच्या, पुलिस उपाधीक्षक गुमनराम, थानाप्रभारी यशवंंत सिंह यादव, ओमप्रकाश बिड़ला, रमेश लढ़ा, संजय भण्डिया, उमाशंकर बैरवा, रशीद मोहम्मद, अनवर हुंसैन, फारूख काजी सहित दोनों ही समुदायों के लोग मौजूद रहे।
आने वाले त्यौहारों को लेकर गुरूवार को थाना परीसर में शांति समिति की बैठक का आयोजन उपखण्ड अधिकारी रजनी माधीवाल की अध्यक्षता में किया गया । जिसमें प्रशासनिक अधिकारीयों ने ग्रामीणों को साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की । इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक अरूण माच्या, पुलिस उपाधीक्षक गुमनराम, थानाप्रभारी यशवंंत सिंह यादव, ओमप्रकाश बिड़ला, रमेश लढ़ा, संजय भण्डिया, उमाशंकर बैरवा, रशीद मोहम्मद, अनवर हुंसैन, फारूख काजी सहित दोनों ही समुदायों के लोग मौजूद रहे।