राज्य सरकार ने शनिवार से ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एफआइआर दर्ज करने की व्यवस्था शुरू की। इसके बावजूद एक दुष्कर्म पीडि़ता थाने से लेकर शनिवार रात पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगाती रही, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। ऐसे में राज्य सरकार के सीधे एसपी ऑफिस में मामला दर्ज करने के आदेश की धज्जियां उड़ती नजर आई।
कोटड़ी क्षेत्र की महिला ने बताया कि 15 मई सुबह करीब 10 बजे वह चौराहे पर बस का इंतजार कर रही थी। वहीं, एक परिचित युवक वैन लेकर आया और गांव छोडऩे के बहाने उसे गाडी में बैठा लिया। इस दौरान युवक ने उसे प्रसाद जैसी कोई चीज खाने के लिए दी। युवक़ ने प्रसाद के बहाने युवती को नशीला पदार्थ खिला दिया और सुनसान जगह ले जाकर अचेत अवस्था में दुष्कर्म किया।
युवती ने बताया कि युवक ने इस दौरान उसके अश्लील फोटो भी खींच लिए। इस दौरान फोटो वायरल करने की धमकी देकर उसे दिल्ली ले गया। वहां युवक ने फोटो वायरल करने के लिए ब्लैकमेल किया और कमरे में बंद रख दुष्कर्म करता रहा। पीडि़ता ने 28 मई को आरोपी के चंगुल से छूटकर पति को फोन किया। इस पर पति उसे दिल्ली से लेकर आया। युवती ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाना चाही लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।
मामले को लेकर ये बोले SP और थानाप्रभारी कार्यालय में शनिवार और रविवार अवकाश रहता है। महिला आई, इसका पता नहीं। सोमवार को रिपोर्ट लेकर मामला दर्ज कर लेंगे।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक महिला थाने आई थी, लेकिन रिपोर्ट नहीं दी। बाद में आने की बात कहकर चली गई।
राजेश शर्मा, थानाप्रभारी, कोटड़ी