कंधे देने वालों की रूह कांप गई। इस दौरान अंतिम संस्कार में शामिल लोगों की कतार दूर तलकनजर आई। दोपहर तक बाजार बंद रहे। हर तरफ सन्नाटा पसरा रहा। आठों की देह पंचतत्व में विलीन हो गई।
जानकारी के अनुसार शाहपुरा निवासी मुकेश अग्रवाल और पंकज जैन का परिवार गढबोर चारभुजा के दर्शन करने के लिए वैन लेकर गए थे। वहां से शुक्रवार दोपहर में नाकोड़ा जी जा रहे थे। देसूरी की नाल के निकट ओवरटेक के प्रयास में एसिड से भरा टैंकर वैन पर पलट गया।
राजसमंद हादसा: गिरता रहा एसिड, वैन में फंसे चिल्लाते रहे, इनकी हुई मौत इससे वैन में सवार मुकेश अग्रवाल, उसकी पत्नी ममता, बेटा यश व दर्शिल तथा मुकेश का दोस्त पंकज, उसकी पत्नी संगीता, बेटी अंगना व अनन्या तथा मुकेश के साढू का पुत्र नीमच निवासी जयंत अग्रवाल की मौत हो गई। घटना का पता चलते ही शाहपुरा में शोक की लहर छा गई। देर रात आठ जनों के शव शाहपुरा पहुंचे जबकि जयंत का शव नीमच भेजा।
शाहपुरा में आठों शव सुबह उनके घर पहुंचा। रातभर आंखों में आंसू समेटे बैठे परिजनों के धैर्य के सब्र का बांध टूट गया। आंसूओं का सैलाब उमड़ पड़ा। परिजनों को संभालना भारी पड़ गया।
देसूरी की नाल में एसिड से भरे टैंकर पलटने से तीन बच्चे- दो महिलाओं सहित 9 की Death सामाजिक रीतिरिवाज के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव रवाना हुए। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। सांसद सुभाष बहेडि़या व जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट समेत कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शाहपुरा पहुंचे। पूरा कस्बा गमजदा था। बाजार बंद रहे।