क्षेत्रीय आयुक्त उदयपुर धनवन्त सिंह ने बताया कि इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। क्षेत्रीय कार्यालय उदयपुर के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी नियोक्ताओं को इस बारे में ईमेल के माध्यम से सूचित कर दिया गया है। नियोक्ता संगठनों चैम्बर ऑफ कॉमर्स आदि को भी सूचित कर उनके सदस्य नियोक्ताओं को यूएएन नम्बर में केवाईसी लिंक कराने के निर्देश जारी करने को कहा गया है। निर्धारित तारीख तक यूएएन-केवाईसी अपडेट न होने की स्थिति में पीएफ दावों के भुगतान में कठिनाई आ सकती है।
क्षेत्रीय कार्यालय उदयपुर के क्षेत्राधिकार में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ, भीलवाड़ा, बॉसवाड़ा, प्रतापगढ एवं डूॅगरपुर जिलों के अभी तक केवल 50 प्रतिशत ही यूएएन-केवाईसी लिंक किए गए है। केवाईसी अपडेट न होने के कारण सदस्य पीएफ विभाग की ऑनलाईन सेवाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे। क्षेत्रीय आयुक्त ने बताया कि 30 सितम्बर तक यूएएन केवाईसी नहीं करने की स्थिति में नियोक्ताओं के खिलाफ अभियोजन की कार्रवाई की जा सकती है। इसके लिए बड़े नियोक्ता जिनके पास केवाईसी लंबित है, उन्हें पहले ही ‘कारण बताओं नोटिसÓ जारी किए जा चुके है।
विस्फोटक पदार्थ के व्यवसायी का खाता सीज
वाणिज्यिक कर विभाग ने शहर के एक विस्फोटक पदार्थ के व्यापारी का बैंक खाता सीज कर दिया है। वाणिज्यिक कर विभाग ने बैंक खाते को सीज किया है। विभाग ने इस व्यापारी को करीब पांच करोड़ रुपए का डिमांड नोट जारी किया था। व्यापारी ने ढाई करोड़ के वैट फार्म जमा करा दिए, लेकिन राशि जमा न कराने पर विभाग ने बैंक खाते को सीज कर दिया।वाणिज्यिक कर उपायुक्त (प्रशासन) गोकुलराम चौधरी ने बताया कि शास्त्रीनगर में रहने वाले इस व्यापारी का पिछले साल किए मूल्यांकन में कई खामियां मिली थी। इस व्यापारी पर करीब पांच करोड़ रुपए बकाया चल रहे है। इसकी वसूली के लिए नोटिस भी दिया गया, लेकिन व्यापारी ने करीब ढाई करोड़ ही जमा कराए। तकाजे के बावजूद बकाया जमा नहीं कराने पर विभाग ने उसका बैंक का खाता सीज करवा दिया।