पुलिस नहीं पहुंची तब तक बजरी माफियाओं ने ग्रामीणों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। बाद में जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों के दबाव के चलते एक बजरी से भरे ट्रैक्टर को जप्त कर थाने ले गई और ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस मोटे बजरी माफियाओं को नजर अंदाज कर इक्का—दुक्का बजरी ले जाने वालों पर कार्रवाई करती है जबकि बड़े बजरी माफिया बेरोकटोक घूम रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी शक्करगढ़ थाना क्षेत्र की बनास नदी से बजरी भरकर आमलदा, किशनगढ़, बाकरा, उथरणा, शक्करगढ़ थाने के सामने होते हुए बूंदी की तरफ जा रही है। जिस पर क्षेत्र की शक्करगढ़ थाना पुलिस आंखें मूंदी बैठी है।