थानाप्रभारी नरेन्द्र कुमार के अनुसार जहाजपुर बार एसोसिएशन सचिव व पठान समाज के सदर इखलाक पठान ने रिपोर्ट दी। परिवादी ने बताया कि बूंदी व कोटा में हज उमराह टूर एंड ट्रॉवेल्स नाम की कंपनी है। इसके एजेंट बूंदी निवासी मोहम्मद जमीरुद्दीन व कोटा निवासी फ ारूख राणा जहाजपुर पहुंचे और उससे व परिजनों से सम्पर्क किया। आरोपियों ने पूर्व में हज पर जा चुके लोगों के दस्तावेज व फोटो दिखा विश्वास जमाया। परिवार को बताया कि २०१९ में हज करवा देंगे। इस पर इखलाक, उसकी पत्नी परवीना खातून, माता जमीला बानू व मौसी फेमिदा बेग हज पर जाने को तैयार हो गए। आरोपियों ने परिवार के लोगों के मूल पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज की फोटो कॉपी ले ली। प्रत्येक व्यक्ति से ३.२० लाख रुपए मांगे।
परिवादी ने रुपए की व्यवस्था के लिए समय मांगा। इसके बाद दोनों एजेंट फोन करते रहे कि सीट बुक होनी शुरू हो गई है। आरोपी जमीरुद्दीन जहाजपुर आया और हज का टिकट बुकिंग कराने के नाम पर १.१० लाख रुपए ले लिए। इसके बाद ट्रॉवेल्स कम्पनी की रसीद दी। बाद में तीन किस्तों में चार जनों को हज करवाने के नाम पर १२.८० लाख रुपए ले लिए और २ अगस्त को दिल्ली से फ्लाइट बताई। इखलाख ने २० जून को बूंदी से दिल्ली तक टे्रन के चार टिकट बुक करवा दिए।
फ्लाइट का टिकट मांगा तो चला ठगी का पता
इखलाक ने एजेंटों से फोन पर चारों के फ्लाइट टिकट की कॉपी मांगी। उसके बाद जमीरुद्दीन ने बताया कि किसी कारण फ्लाइट का टिकट नहीं बना। उसने कोटा के फारूख से सम्पर्क करने को कहा। फारूख से सम्पर्क करने पर पता चला कि जमीरुद्दीन लापता है और उसका मोबाइल बंद है। इस पर फारूख ने प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से तीन लाख रुपए और मांगे और वीजा बनाकर देने की बात कही। इखलाख ने १२.८० लाख रुपए मांगे तो देने से इनकार करते हुए मूल दस्तावेज वापस ले जाने के लिए कहा। रुपए तकाजा करने पर धमकियां दी।