दौलतपुरा निवासी रामप्रसाद बैरवा ने ढिकोला बड़ौदा बैंक से केसीसी व टै्रक्टर के लिए ऋण लिया था। ऋण समय पर नहीं चुकाने पर एसडीएम कोर्ट के निर्देश पर तहसीलदार अशोक सोनी व बैंक शाखा प्रबंधक राहुल चावला ने खेत की नीलामी करवा दी।
बैरवा के पुत्र भागचंद का आरोप है कि शाखा प्रबंधक से ऋण की राशि किस्तों में जमा करवाने का आग्रह किया था। शाखा प्रबन्धक ने १४ बीघा खेत मिलीभगत कर मिश्रीलाल नाम के एक युवक के मात्र ७ लाख ७६ हजार रुपए में नीलाम कर दिया। इससे आहत होकर रामप्रसाद ने विषाक्त खा लिया।
इस सम्बन्ध में बैंक शाखा प्रबंधक चावला का कहना है कि आरोप मिथ्या हंै। तहसील कार्यालय में खेत की नीलामी हुई थी। वहां पटवारी समेत कई अधिकारी मौजूद थे। किसान को सैटलमेंट के लिए बोला, लेकिन शाम तक कोई नहीं आया। इसके चलते नीलामी की गई। पुलिस चौकी प्रभारी महावीर सिंह ने भीलवाड़ा पहुंचकर रामप्रसाद के बयान दर्ज किए। तहसीलदार सोनी ने कहा कि एसडीएम कोर्ट के आदेशानुसार निलामी की प्रक्रिया अपनाई गई थी।