विभाग ने जारी किए रवन्ना
विभाग ने 13 मार्च को कान्याखेड़ी से बजरी परिवहन के लिए बोलीदाता को ऑफलाइन रवन्ना सं. 0890301 से 0890500 तक कुल 200 रवन्ना जारी किए। विभाग इसे करेंसी मानती है। लेकिन मातेश्वरी कंस्ट्रक्शन या अन्य किसी ने इसी रवन्ना पर्ची की तरह बाजार में नकली रवन्ना बुक छपवा नास नदी से अवैध दोहन व परिवहन कर रहे हैं।
तारीखों व रवन्ना के क्रम संख्या में अंतर
बजरी भरे वाहनों के साथ जो रवन्ना दिया है, उसके क्रम संख्या व दिनांक में भी अंतर है। रवन्ना संख्या 0890381 को 15 अप्रेल को जारी किया जबकि रवन्ना संख्या 0890388 को 10 अप्रेल को जारी किया गया है।
विभाग ने की शर्तों की अवहेलना
विभाग ने जारी शर्तों की अवहेलना की। मौके पर कार्मिक होना चाहिए जो नहीं था। रवन्ना कार्मिक जारी करता है विभाग ने बोलीदाता को रवन्ना बुक जारी कर दी।
पत्रिका की पड़ताल में सामने आया सच
फर्जी रवन्ना से अवैध खनन होने की सूचना मिलने पर पत्रिका ने पड़ताल की तो सामने आया कि कई पर्ची फर्जी जारी कर रखी है। खनिज विभाग ने भी माना कि फर्जी रवन्ना से बजरी दोहन हो रहा है।
यह है फर्जी रवन्ना
जांच में कई रवन्ना फर्जी पाए गए हैं। इनके संख्या कितनी है, यह विभागीय जांच का विषय है, लेकिन विभाग ने कुछ रवन्ना को फर्जी माना है। इनमेे 0890381, 0890394, 0890397, 0890414 0890466, 0890490, 0890491, 0890494 रवन्ना शामिल है। यह रवन्ना अवैध रूप से छपवाई जाकर इनका दुरुपयोग किया जा रहा है। इन सभी रवन्नाओं पर विभाग की मुहर लगी है। बड़ा सवाल यह है कि यह मुहर कहां से आई है। फर्जी रवन्ना से बजरी परिवहन की सूचना मिली है। रवन्ना बुक बाजार में छपवाने की भी जानकारी मिली है। उसकी जांच करवा रहे हैं। – चंदनकुमार, खनिज अभियन्ता भीलवाड़ा