प्रशिक्षु पुलिस उपाधीक्षक अदिती चौधरी ने बताया कि २ मार्च को बनेड़ा क्षेत्र के मुंशी गांव निवासी सांवर रेगर ने मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच के बाद चोयला का खेड़ा (मंगरोप) निवासी माधू गाडरी, सीता देवी जाट, दुल्हन बनी चित्तौडग़ढ़ की संतरा देवी शर्मा, उसकी बहन संतोष देवी व भाई बना काछोला क्षेत्र का धामनिया निवासी कैलाश नायक को गिरफ्तार किया। यह लोग नाम बदल कर पीडि़त व्यक्ति से मिले थे।
परिवादी ने बताया कि वह कुंवारा था। उससे माधू मिला। उसने नातायात पत्नी लाने का भरोसा दिलाया। माधू ने कहा कि उसके दोस्त की बहन है। उसे नाते रखवा देगा। इसके बदले एक लाख रुपए मांगे। माधू ने सीता से बात करवाई। माधू व सीता ने षडयंत्र रचा। आरोपियों ने संतरा देवी जिसका नाम गंगा बैरवा बताया गया। उससे नाता विवाह करवा दिया। गंगा के भाई बने कैलाश को एक लाख रुपए दिलवा दिए। १८ फरवरी २०१९ को गंगा सांवर के घर आई। गंगा अपनी बन संतोष देवी जिसे लाली नाम बताकर साथ लाई। देर रात दोनों बहने मौका देख पांच घण्टे के भीतर फरार हो गई।
मोबाइल ने दिखा दी सलाखें
डीएसपी चौधरी ने बताया कि परिवादी ने दलाल बने माधू से सम्पर्क के दौरान मोबाइल नम्बर अपने पास रख लिया। पुलिस ने उसी मोबाइल नम्बर को आधार मानते हुए उसकी डिटेल निकलवाई। उसके बाद गिरोह के सभी सदस्यों के नाम सामने आए। मामले के खुलासे के लिए विशेष टीम का गठन किया।
डीएसपी चौधरी ने बताया कि परिवादी ने दलाल बने माधू से सम्पर्क के दौरान मोबाइल नम्बर अपने पास रख लिया। पुलिस ने उसी मोबाइल नम्बर को आधार मानते हुए उसकी डिटेल निकलवाई। उसके बाद गिरोह के सभी सदस्यों के नाम सामने आए। मामले के खुलासे के लिए विशेष टीम का गठन किया।
यूं रची कहानी
सांवर कुंवारा था। इसका पता माधू को था। उसने सीता देवी के साथ योजना बनाई। योजना के तहत ८ फरवरी को सांवर को मिलने के लिए पुर बाइपास पर बुलाया। दुल्हन बनी संतरा का फोटो दिखाया। ९ फरवरी को पुर ओवरब्रिज पर संतरा मुलाकात करवाई। १८ फरवरी को दोनो का रिती-रिवाज से सांवर के साथ शादी करवा कर दुल्हन को भेज दिया। साथ में आरोपी दुल्हन संतरा अपनी बहन को भी साथ लेकर आई। योजना अनुसार रात को दोनों बहने साथ सो गई। देर रात षड़यंत्रकारी कार लेकर आए दोनों बहनों को कार में बैठा ले गए।
सांवर कुंवारा था। इसका पता माधू को था। उसने सीता देवी के साथ योजना बनाई। योजना के तहत ८ फरवरी को सांवर को मिलने के लिए पुर बाइपास पर बुलाया। दुल्हन बनी संतरा का फोटो दिखाया। ९ फरवरी को पुर ओवरब्रिज पर संतरा मुलाकात करवाई। १८ फरवरी को दोनो का रिती-रिवाज से सांवर के साथ शादी करवा कर दुल्हन को भेज दिया। साथ में आरोपी दुल्हन संतरा अपनी बहन को भी साथ लेकर आई। योजना अनुसार रात को दोनों बहने साथ सो गई। देर रात षड़यंत्रकारी कार लेकर आए दोनों बहनों को कार में बैठा ले गए।
दो स्थानों की खोली वारदात पूछताछ में आरोपियों ने पूर्व में भी संतरा का रावतभाटा में विवाह करवा कर लाखों रुपए ले लिए। रातों-रात दुल्हन फरार हो गई। उस समय परिवादी पक्ष ने लोक-लाज के भय से मुकदमा दर्ज नहीं करवाया। इसी तरह चित्तौडग़ढ़ के बस्सी में भी मध्यप्रदेश की युवती को दुल्हन बनाकर लाने और ठगी की योजना बनाई थी, लेकिन परिवादी पक्ष को भनक लग जाने से गिरोह के सदस्य कामयाब नहीं हुए।