अभी भी एक फुट पानी तेज वेग से निकल रहा हैं जबकि बांध के दूसरे हिस्से की दीवार सुरक्षित हैं। शनिवार शाम बांध में पानी की अावक कम पड़ी तब लाेगाें की सूचना पर अधिकारियाें काे दीवार ढहने का पता चला। बांध पर राहत के काेई उपाय नहीं हैं। यहां तक कि रेत के कट्टे तक नहीं हैं।
अधिकारियाें का कहना है कि बहाव कम हाेने पर ही क्षतिग्रस्त दीवार के लिए कुछ किया जाएगा। पानी रुकने पर रेत के कट्टे लगाए जाएंगे। इसके बाद इसे स्थाई रूप से दुरुस्त कराएंगे। शनिवार रात प्रशासन माैके पर पहुंचा अाैर वहां से 40 दुकानदाराें काे हटाया। बहाव क्षेत्र में बसे 8 गांवाें में अलर्ट जारी किया गया है। वहां पटवारियाें व गिरदावराें काे भेजा गया जाे ग्रामीणाें काे सुरक्षा किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने काे कह रहे हैं।
गाेवटा जाने का रास्ता शनिवार रात से बंद कर दिया है। अावाजाही पूरी तरह निषेध है। एसपी रामनिवास यादव ने कहा कि रविवार काे रास्ता बंद रहेगा। पाल ऊंची अाैर नीचे नहाने के लिए अच्छी जगह हाेने से गाेवटा बांध पर बरसात के दिनाें में भीलवाड़ा समेत, मांडलगढ़, बिजाैलिया अाैर बूंदी तक के लाेग पिकनिक मनाने अाते हैं। इन्हें सुझाव है कि रविवार काे वे गाेवटा नहीं जाएं।