सोमवार को कैंडल मार्च निकालकर श्रृंखला को इंसाफ दिलाने की मांग की। इधर पुलिस के रवैए को लेकर भी लोग और श्रृंखला के परिजन नाराज हैं। पिता अवधेश यादव और मां ममता ने पत्रिका से बातचीत में साफ कहा कि आरोपी को मनोरोगी ठहराने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उसे इसका लाभ मिल सके।
पीडि़त परिवार ने कहा कि आरोपी के नाबालिग होने पर भी संदेह जताते हुए कहा कि हत्यारा उसकी बेटी की रेकी करता रहा। उसने हत्या की साजिश रची। हत्या करने के बाद बैखौफ होकर कॉलोनी में पूछने भी आ गया श्रृंखला जिंदा है कि मर गई। उसका आई कार्ड फेंककर भी चला गया। कोई मनोरोगी और नाबालिग ऐसी हरकत नहीं कर सकता।
श्रंृखला (Shrinkhala murder case Bhilai) के माता-पिता ने कहा कि आरोपी के साथ भी वैसा ही हो जैसे उसने मेरी बच्ची के साथ किया। आरोपी ने निर्ममता से बेटी के सिर पर वारकर मौत के घाट उतार दिया। पूरी योजना बनाकर हत्या की। वह श्रृंखला के आने का इंतजार कर रहा था। अपने पास औजार रखा था। सिर पर ऐसे स्थान पर वार किया कि मेरी बेटी उठ भी नहीं सकी। इसी बात से अंदाजा लगा लो कि वह कितना बड़ा अपराधी है। मारने के बाद श्रृख्ंाला को ऐसी जगह ले जाकर छुपा दिया कि कोई देख न सके।
श्रृंखला के पिता अवधेश यादव ने बताया कि जब आरोपी 11वीं कक्षा में पढ़ रहा था। तब लड़कियों से छेड़छाड़ की। इसकी शिकायत लड़कियों ने स्कूल प्रबंधन से की। उसे स्कूल से निकाल दिया गया। वह दूसरे स्कूल में पढऩे जाने लगा। इस बीच श्रृंखला को फिर ट्यूशन जाने के दौरान रास्ते में छेड़ा था। आरोपी की हरकत की जानकारी उसके पिता को तीन माह पूर्व उसके घर जाकर दी थी।
अपने बेटे को समझाने के बजाए उलटा मुझे ही कह दिया कि आपको जो करना है, कर लीजिए, मेरा बेटा सही है। मैंने पुलिस में शिकायत की बात कहीं तो कहा कर देना। आरोपी की हरकतों की पूरी जानकारी उसके पिता को थी। लेकिन बजाए अपने बेटे को समझाने के उसे और बढ़ावा देता रहा। अवधेश का कहना है कि हत्यारे के पिता के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज होना चाहिए क्योंकि बताने के बाद भी उसने अपने बेटे की गलतियों को नजरअंदाज कर उसे मेरी बेटी की हत्या करने उकसाया।
श्रंृखला (Shrinkhala murder case Bhilai) की मां ममता यादव का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपनी बेटी को याद कर बार-बार बिलख रही है। मैंने नाजों से पाला था। कभी उसे एक कांटा तक चुभने नहीं दिया। मेरी बेटी तड़प-तड़प कर मर गई। बच्ची को न्याय मिलना चाहिए। वह बेकसूर थी। वह मेरी दोस्त की तरह थी। कोई बात रहती तो शेयर करती थी। बेटी के लिए बहुत से सपने संजोए थे। मेरी श्रेया (श्रंृखला) ही मेरे जीवन का उद्देश्य थी। उसके जाने के साथ अब सब कुछ वह खत्म हो चुका है। अब श्रंृखला समेत ऐसी बच्चियों के लिए संघर्ष करती रहूंगी। ऐसी बेटियों के लिए अब मैं एक आवाज बनकर खड़ी हूं। इस तरह से पीडि़त हर बेटी को न्याय दिलाऊंगी।
1. आरोपी 14 जून को दोपहर 3 बजे ने छात्रा श्रृंखला को पहले बाइक से गिराया…
2. छात्रा के साथ मारपीट शुरू कर दी… और सिर पर जोरदार वार कर करते हुए गिरा दिया….
3….फिर अचेत होने पर छात्रा को करीब 85 फीट घसीट कर एक दीवार के पास जाकर फेंक दिया…
4. गंभीर हालत में छात्रों को रायपुर रेफर किया गया, 15 जून को उसकी मौत हो गई।
मनोरोगी होने की बात कहेंगे तो केस हिस्ट्री भी मांगी जाएगी
जांच अधिकारी जेएल साहू ने बताया कि अब तक धारा 307 (हाफ मर्डर) और 201 (साक्ष्य छुपाने की कोशिश) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को बाल संप्रेक्षण गृह भेजा है। डायरी न्यायालय में है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की जाएगी। पीडि़त परिवार का बयान भी लिया जाएगा। इसके अलावा साक्ष्य एकत्र किया जाएगा।
छात्रा श्रृंखला (Shrinkhala murder case Bhilai) की दर्दनाक हत्या के बाद पूरा शहर उसके लिए न्याय मांगने सड़क पर उतर आया। शहरभर में सुबह से छात्र से लेकर सामाजिक संगठनों ने अलग-अलग जगह प्रदर्शन कर आक्रोश जाहिर किया। सोमवार शाम सिविक सेंटर के बेरोजगार चौक पर सैकड़ों लोगों ने मिलकर श्रृंखला को श्रद्धांजलि देकर मार्च निकाला और अर्जुन रथ कैंपस में कैंडल भी जलाए। इस मार्च में श्रृंखला के परिजन भी शामिल हुए। उन्होंने बेटी के लिए इंसाफ मांग। दोषी को फांसी देने की मांग की। इस अवसर पर छात्रा की सहेलियां, उनकी क्लास के अन्य सहपाठी, मोहल्ले के लोग, शहर के कई संगठनों से लोग स्वत: ही पहुंचे।
कैंडल मार्च में जनप्रतिनिधियों में पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी, कांग्रेस की जिलाध्यक्ष तुलसी साहू, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। शहर की इस बेटी के लिए इंसाफ मांगने हर कोई नारे लगाता रहा। मृतका के परिजनों ने कहा कि आरोपी को बचाने उसका परिवार जानबुझकर उसके मनोरोगी होने की अफवाह फैला रहा है, जबकि वह पूरी तरह स्वस्थ है। मृतका श्रृंखला के आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग कर आईएसयू के सदस्यों ने दुर्ग के कलक्टोरेट चौक पर आरोपी के पुतले को पहले फांसी पर चढ़ाया फिर उसे जलाया।
युवाओं ने पुलिस प्रबंधन से मांग की, कि जल्द ही आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में इस प्रकार अपराध करने की किसी की हिम्मत न हो। इस अवसर पर प्रदेश संयोजक रोहित तिवारी, महेंद्र प्रताप, अविनाश सहानी, कुणाल, कृष्णा ,दुर्गेश यादव, रोबिन सिंह , अमृत सिंह ,विशाल पाल, अवनीश ,राजशेखर राव, समशील ,संदीप ,कुबेर मौजूद थे।
विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि पीडि़त परिवार से मैंने मुलाकात की है। उन्हें कानून में हुए संशोधन के बारे में बताया है। पुलिस द्वारा अपना काम करने की जानकारी दी है। पुलिस साक्ष्य जुटा रही है। गवाहों की सूची पुलिस के पास है। कानून आरोपी को दंडित करेगा। एएसपी भिलाई सिटी रोहित झा ने बताया कि हत्या के आरोपी अपचारी बालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना के आवश्यक साक्ष्य भी पुलिस ने जब्त किया है। दुख की इस घड़ी में दुर्ग पुलिस पीडि़त परिवार के साथ है। अपचारी को देश के कानून के तहत कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है।